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अनेकान्त 68/2, अप्रैल-जून, 2015 28. सागारधर्मामृत, 2/39 29. धर्मसंग्रहश्रावकाचार, 6/211-215 30. 'चतुर्दशीकुहूराकाऽष्टमीषु न पठेन्नरः।
सूतकेऽपि तथा राहुग्रहणे चन्द्रसूर्ययोः।।' - कुन्दकुन्दश्रावकाचार, 8/123 31. धवला पुस्तक 1 खण्ड 1 भाग 1 सूत्र 4 पृष्ठ 144 32. यशस्तिलकचम्पू, 8/892 33. चारित्रसार, श्लोक 21 के बाद तृतीय अनुच्छेद 34. पद्मनन्दिपञ्चविंशतिका,, 418-420, उपासकसंस्काराधिकार 22-24 35. उमास्वामिश्रावकाचार, 201 तथा संस्कृत भावसंग्रह 160 36. भगवती आराधना, 1472 37. पुरुषार्थसिद्धयुपाय, 197 38. वही, 198-199 39. द्रष्टव्य- यशस्तिलकचम्पू 8/890, चारित्रसारर 21 के बाद धर्मसंग्रहश्रावकाचार 6/165 ____ लाटी संहिता 6/76-88, उमास्वामिश्रावकाचार 219-23, कुन्दकुन्दश्रावकाचार 10/25-26 40. कुन्दकुन्दश्रावकचार, 10/28 41. पद्मनन्दिपञ्चविंशतिका 421, उपासकसंस्काराधिकार 25 42. वही, 422-426, उपासकसंस्कारधिकार 26-30 43. आदिपुराण, 38/31-40 44. सागारधर्मामृत, 2/48 45. श्रावकाचारसारोद्धार, 3/326-334 46. पद्मनन्दिपञ्चविंशतिका,, 427-431, उपासकसंस्काराधिकार 31-35 47. वही, 432-435 (36-41)
- अध्यक्ष, संस्कृत विभाग, एस.डी. (पी.जी.) कॉलेज,
मुजफ्फरनगर (उ0प्र0)