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________________ वीर शासन जयंती राष्ट्रीय व्याख्यानमाला सम्पन्न वीर सेवा मन्दिर (जैनदर्शन शोध संस्थान), दरियागंज, नई दिल्ली-2, ज्ञान एवं शोध का कल्पवृक्ष बनकर विगत 54 वर्षों से, अपने समृद्ध पुस्तकालय के माध्यम से श्रुत-सेवा के लिए संकल्पित है। इस वर्ष 17 जुलाई, 2011 को वीर शासन जयंती के पावन प्रसंग पर, वीर सेवा मंदिर में एक राष्ट्रीय व्याख्यानमाला का भव्य आयोजन हुआ। व्याख्यानमाला समारोह की अध्यक्षता प्रो. समणी चारित्र प्रज्ञा जी, कुलपति जैन विश्वभारतीय विश्वविद्यालय-लाडनूं (राज.) ने की जो कनाडा में चार वर्ष तक विजिटिंग प्रोफेसर के पद पर भी रही। आपका भावभीना सम्मान शॉल, खण्ड वस्त्रादि से संस्था के अध्यक्ष माननीय सुभाष जी (शकुन प्रकाशन) ने किया। आपके साथ समणी आगम प्रज्ञा जी भी पधारी थीं। जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय लाडनूं, प्राकृत और जैनदर्शन के शोध और अनुसंधान की दिशा में महती भूमिका का निर्वहन कर रहा है। समणी आगम प्रज्ञा जी का स्वागत संस्थान के महामंत्री श्री विनोद कुमार जैन ने परम्परागत ढंग से किया। समारोह के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन- समारोह की अध्यक्षा श्रद्धेया समणी प्रो. चारित्रप्रज्ञा जी, अध्यक्ष एवं महामंत्री वीर सेवा मंदिर तथा मुख्य वक्ता के रूप में बाहर से आये विद्वत्गणों ने किया। जिनवाणी माँ को अर्घ्य समर्पण एवं स्तुति का सस्वर वाचन पण्डित डॉ. मुकेश जैन, पं. आलोक कुमार जैन ने किया। व्याख्यानमाला का शुभारंभ प्रो. कमलेश कुमार जैन, बी.एच.यू. वाराणसी के मंगलाचरण से हुआ। प्रमुख वक्ताओं के रूप में पध गरे निम्नांकित विद्वानों का स्वागत शॉल, बैग और खण्ड-वस्त्रादि एवं तिलक लगाकर उनके नाम के समक्ष अंकित वीर सेवा मंदिर के पदाधिकारियों ने किया। ___ 1. लाल बहादुरशास्त्री संस्कृत विद्यापीठ नई दिल्ली के प्राकृत विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. सुदीप जैन-मंत्री श्री योगेश जैन द्वारा। 2. अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के प्रो. एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के परामर्श प्रमुख, प्रो. वृषभप्रसाद जी- श्री रूपचंद कटारिया कार्यकारिणी सदस्य। 3. बी.एच.यू. के जैन-बौद्ध दर्शन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कमलेश कुमार जैनश्री धनपाल सिंह जैन कार्यकारिणी सदस्य। 4. मुख्य अतिथि डॉ. श्रेयांस कुमार जैन प्रो. दि. जैन संस्कृत कॉलेज बड़ौत एवं अध्यक्ष अ. भा. शास्त्री परिषद्-श्री धर्मभूषण जी द्वारा। 5. उपसाला विश्वविद्यालय स्वीडन में प्रो. हैन्ज वैसलर का स्वागत- पं. निहालचन्द जैन निदेशक वीर सेवा मंदिर द्वारा। 6. गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के असि. प्रो. डॉ. नवरस जाट अफरीदी का स्वागतमहामंत्री श्री विनोद कुमार जैन द्वारा।
SR No.538064
Book TitleAnekant 2011 Book 64 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2011
Total Pages384
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size1 MB
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