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________________ वोर सेवा मन्दिरका त्रैमासिक अनेकान्त (पत्र-प्रवर्तक : प्राचार्य जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर') जुलाई-सितम्बर १९६३ इस अंक मेंकम विषय १. चिन्तामणि-पार्श्वनाथ-स्तवन २. अभिज्ञान शाकुन्तल मे अहिंसा -हा. रमेशचन्द्र जैन, बिजनौर ३. आचार्य कुन्दकुन्द की दृष्टि मे जिन-दीक्षा : एक अध्ययन-~श्री राजेन्द्रकुमार बसल ४. तीथंकर शीतलनाथ-श्री गुलाब चन्द्र जैन ५. चन्दे नकालीन मदनसागरपुर के श्रावक -प्रो. यशवंत कुमार मलैया ६. केन्द्रीय संग्रहालय गूजरी महल ग्वालियर को तीर्थकर नेमिनाथ की मूर्तियां--श्री नरेश कुमार पाठक १८ ७. सुख का सच्चा साधन : बारह भावना -क्षुल्लकमणि श्री शीतलसागर महाराज ८. श्रीलका मे जैनधर्म और अशोक श्री राजमल जैन, दिल्ली ९. परिग्रह-मूर्छाभाव -श्री पश्चन्द्र शास्त्री, नई दिल्ली १०. मोक्षमार्ग में विन्तनीय विकृतियाँ-संपादक ११. गोम्मटेश-स्तुति-आ० नेमिचन्द्र सिवान्त-चक्रवर्ती बा. २ १२. संचयित-ज्ञानकण-श्री शान्तिलाल जैन कागजी प्रकाशक: चोर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली:२
SR No.538046
Book TitleAnekant 1993 Book 46 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1993
Total Pages168
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size7 MB
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