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________________ बोर सेवा मन्दिरका मासिक अनेकान्त . (पत्र प्रवर्तक : प्राचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगबीर') वर्ष ४२ : कि०४ अक्टूबर-दिसम्बर १९८९ इस अंक में विषय १. शान्तिनाथ-जिन-स्तवन २. आचार्य कुन्दकुन्द एव उनके सर्वोदयवादी सिद्धान्त -प्रो० डा. राजाराम जैन १. वादिराजसूरि के जीवनवृत्त का पुनरीक्षण -डॉ. जयकुमार जैन ४. मुनि पातक कौन ?-श्री बाबूलाल जैन ५. जैन चम्पूकाव्य : एक परिचय -श्रीमती संगोता अग्रवाल ६. रेल की जैन प्रतिमा-डॉ. प्रदीप शालिग्राम ७. आर्थिक समस्याओं का हल-अपरिग्रह डॉ. सुपार्श्व कुमार जैन ८. Maneka Gandhi Calls For a Ban.............१६ ६. शुद्धि पत्र-धवला ३-पं. जवाहरलाल शास्त्री १०. निर्माणोत्सव : समय की पुकार -पपचन्द्र शास्त्री ११. दिगम्बर साधु की मोर-पिच्छी? -पपचन्द्र शास्त्री १२. जरा-सोचिए-संपादक १३. नीम हकीम खतरे जान आवरण २ १४. आगमों से चुने जानकण -श्री शान्तीलाल जैन कागजी आवरण ३ प्रकाशक : बीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२
SR No.538042
Book TitleAnekant 1989 Book 42 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1989
Total Pages145
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size7 MB
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