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________________ वर्ष ४० : कि० २ वीर सेवा मन्दिर का त्रैमासिक अनेकान्त ( पत्र-प्रवर्तक : श्राचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगवीर') इस अंक में क्रम विषय १. चिर- लग्न - डा० कु० सविता जैन २. जैन बिबिलियोरोफी : --डा० ज्योति प्रसाद जैन ३. उद्दिष्ट आहार- श्री बाबूलाल जैन ४. दो शास्त्रीय प्रसंग : - पू० मुनि श्री श्रुतसागर महाराज ५. शुभोपयोग का स्वरूप - श्री नरेन्द्रकुमार जैन ६. रेल की जैन प्रतिमा - डा० प्रदीप शालिग्राम ७. मूलाचार और उसकी आचार-वृति श्री पं० बालचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री ➖ ८. आचार्य हमारे कुन्दकुन्द - श्री सुरेश सरल २. अद्यावधि अप्रकाशित दुर्लभ ग्रन्थ - सम्मइजिणचरिउ प्रो० डा० राजाराम जैन १०. समन्तभद्र स्वामी का श्रायुर्वेदग्रंथ कर्तृत्व - श्री राजकुमार जैन वैध आयुर्वेदाचार्य ११. जरा सोचिए : १२. भावनांजलि पृ० १ २ ४ ५ ७ ८ ८ १८ १४ २५ ३१ सम्पादकीय आवरण पृ० २ अप्रैल-जून १९८७ प्रकाशक : वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२
SR No.538040
Book TitleAnekant 1987 Book 40 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1987
Total Pages149
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
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