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त्रैमासिक शोध-पत्रिका
बर्ष ३३ : किरण २
अप्रैल-जून १९६०
विषयानुक्रमणिका
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विषय
सम्पादन-मण्डल १० ज्योतिप्रसाद जैन डा०प्रेमसागर जैन श्री पद्म चन्द्र शास्त्री श्री गोकुलप्रसाद जैन
सम्पादक धो गोकुलप्रसाद जैन एम.ए., एल-एल. बी.,
साहित्यरत्न
१.नमः समयसाराय २. पात्मा सर्वथा असंख्यात प्रदेशी है
---श्री पद्मचन्द्र शास्त्री, नई दिल्ली ३. श्री प्रगरचन्द नाहटा और उनको साहित्य
साधना-डा. मनोहर शर्मा ४. जागरण- श्री बाबूलाल जैन, नई दिल्ली ५. नाट्योत्पत्ति सम्बन्धी जैन परम्परा
-श्री कपूरचन्द जैन, खतौली ६. प्राचार्य कुन्दकुन्द को प्राकृत
-श्री पद्मचन्द्र शास्त्री नई दिल्ली ७. क्या तिलोयपण्णत्ति में वर्णित विजया ही
वर्तमान विन्ध्य प्रदेश है --डा. राजाराम जैन १६ ८. पचगई और गूडर के महत्वपूर्ण जैन लेख
-कु० उषा जैन जबलपुर ६. प्रागम सूत्रों की कथायें इतिहास नहीं है
-श्री श्रीचन्द गोलेछा | १०.जैन दर्शन का अनेकान्तवाद
-डा. रामनन्दन मिश्र | ११. हुंबड जैन जाति की उत्पत्ति एवं प्राचीन
___ जनगणना-श्री प्रगरचन्द नाहटा, बीकानेर २४ १२. सीता जन्म के विविध कथानक
-श्री गणेश प्रसाद जैन, वाराणसी १३. भारतीय विश्वविद्यालयों में जन शोध
-प्रा०प्र०२३ प्रकाशक
वार्षिक मूल्य ६) रुपये इस अंक का मूल्य:
१ रुपया ५०पैसे
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वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२