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१०.संकलन
जिनसेन स्मरण-३।६७७
तिरुवल्लुवर सूक्तियाँ-तिरुवल्लुवर २।२५२ तीर्थकर त्रय स्तवनम्-प्रा. यतिवृषभ २२।१
अकलंक स्मरण-सम्पादक ३३१४१ अधिकार='कल्याण से" २०१२० अमृतचन्द्र स्मरण-सम्पादक ७६१ परहंत स्तवनम् (धवला से) १८९७ अहंद भक्ति (स्तवन) १५९६ महत्परमेष्ठी स्तवन-मुनि पद्मनन्दि १७६७ अर्हत्परमेष्ठी स्तवन-मुनि श्री पद्मनन्दि २२।४६ अर्हत् स्तवन-मुनि पद्मनन्दि १८१२४१
देविनन्दि पूज्यपाद स्मरण-सम्पादक ३१५५७
नमिजिनस्तवन-स्वामी समन्तभद्र १६१ निष्ठुर कवि और विधाता की भल (कविता) कवि
भूघरदास ९२४५
प्राचार्य परमेष्ठी (घवला से) १८१६३ प्रात्म-संबोधन-परमानन्द शास्त्री २२१७३ आदिनाथ स्तवन पद्मनंद्याचार्य १६३९७ प्राध्यात्मिक पद-कविवर द्यानतराय ८।१३२
पद-कवि जगतराम १२८४ पद-जगजीवन १४१२३ पद्मप्रभजिनस्तुति-समन्तभद्राचार्य २०११६३ परमात्म वन्दन सम्पादक ८१ परमात्मस्तवन-पप्रनंद्याचार्य १६।२४१ प्रभाचन्द्र स्मरण-सम्पादक ३१३१७ पात्र केसरी स्मरण-सम्पादक ३१४८१
उमा स्वामी स्मरण%D३३३९७
ऋषभ जिन स्तोत्रम् मुनि श्री पद्मनन्दि २०१४६ ऋषभ स्तोत्रम् मुनि पद्मनन्दि १६४२४३
कवित्त-श्री रूपचन्द्र १५:११८ क्या कभी किसी का गर्व स्थिर रहा है ?-२१११३
भगवान मादीश्वर की ध्यानमुद्रा (कविता) कविवर
दौलतराम १३१२६७ भावना पद्धति (भ० प्रभाचन्द शिष्य पपनन्दि ११२२५६
गुणों की इज्जत-२१२२६
महाविकल संसारी (कविता)-बनारसीदास १३१२३६ महावीर वाणी-कवि दौलतराम २१३१३६
चतुर्विशति तीर्थकर स्तुति:१४।४३ चिदात्म वन्दना-मुनि पअनन्वि २११४६
जन्म जाति गर्वापहार-"युगवीर" १२१३०४ जिनवति स्तवन-श्री शुभचन्द्र योगी १४१७५ जिनवरस्तवनम् पद्मनन्द्याचार्य १६४६ जिनवर स्तवनम् मुनि पअनन्दि १९४२०३
विचार कण-१४१३२३ विचार पुष्पोद्यान=४।५२, ४१९७, ४।१०५, ४।१६३,
४।१७७, ४।२८८, ४१५३५ विद्यानन्द स्मरण-सम्पादक ३२२६६ वीर जिन स्तवन-पं. जुगलकिशोर मुख्तार २१११६३ वीतराग स्तोत्र (कल्याणकीतिकृत) सम्पादक बा२३३