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बनेका
कान्त
वर्ष १०]
अक्टूबर-नवम्बर, १६४६ [किरण ४-५
पम्पाट मालकिशार मुख्तार
महाबक सम्पादक दरबारीलाल न्यायाचार्य
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र केलामचन्दना शास्त्री
[सासभादन, म.प. ५, आखिर यह मद माडा क्या?
श्री मा. अनमानपाद ६. नवपदार्थानाचय--
[. वादीमिह .... ६. सलीम्तम्भबाट लेम्ब
भावान चन्द्र म. ए. ८. यशोधरग्निक कना पानाभ कायस्थ--- 1. परमानन्द जैन, शास्त्री .... ६. आहारतंत्र प्राचीन मतिलेग्य-- मिंग्रा. पं. गोविन्दवास शास्त्री १८. सयम----
ाि श्री गणेशममादजी पर्यो ११. मोलहवीं शताब्दीके दो अपभ्रंश काव्य -- [पं० परमानन्द जैन, शाम्रो .... १. माहिन्यपरिचय और ममालोचन-- [श्री बालचन्द्र एम. ए. २३.दाममतितार्थकर जयमाल
3. महेश . १४. डा. अम्बंडकर और उनके दार्शनिक विचार [ दरबारीलाब जम, कोटिया .... १५. जीवन और विश्वके परिवर्तनोका रहस्य- [श्री अनन्तप्रसाद जैन, B.Sc., Eug.
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