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________________ ॐ अहम् 77 वस्तुतत्त्व-सपतिव विश्वतत्व-प्रकाशक वार्षिक मूल्य ५) एक किरणका मूल्य 11) नीतिविरोधष्यसीलोकव्यवहारवर्तकःसम्यक्। परमागमस्यबीज भुवनैकगर्जयत्यनेकान्तः। । वर्ष है किरण 8 वीरसेवामन्दिर (समन्तभद्राश्रम ), सरसावा, जिला सहारनपुर भाद्रपदशुक्ल, वीरनिर्वाण-संवत २४७४, विक्रम-संवत २००५ सितम्बर १६४८ ရွှေ कामना CSSssssssssssssssssss परमागमका बीज जो, जैनागमका प्राण । 'अनेकान्त' सत्सूर्य मो, करो जगत्-कल्याण ॥१॥ 'अनेकान्त'-रवि-किरणसे, तम-अज्ञान-विनाश । मिट मिथ्यात्व-कुरीति सब, हो सद्धर्म-प्रकाश ॥२॥ कुनय-कदाग्रह ना रहे, रहे न मिथ्याचार । तेज देख भागें सभी, दम्भी - शठ - बटमार ॥३॥ सूख जायं दुगुण सकल, पोषण मिले अपार । सद्भावोंको लोकमें, हो विकसित संसार ॥४॥ शोधन-मथन विरोधका, हुआ करे अविराम ।। प्रेम-पगे रल-मिल सभी, करें कम निष्काम ॥५॥ युगवीर &0000000000000000000000000000000003
SR No.538009
Book TitleAnekant 1948 Book 09 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1948
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size35 MB
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