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३५२
अवेकान्त
वार
प्रन्ध-नाम
ग्रंथकार-माम
भाषा
पत्रसंख्या
संवत्
१७६५ १८६२ १६६०
। संस्कृत संस्कृत
१८७२
भुतस्कंधपूजा (सरस्वती पूजा) श्रेणिकचरित्र सज्जनचित्तवल्लभ सप्तव्यसनचरित्र समयसार (सटीक) समयसार (तात्पर्यवृनि टीका) समयसारकलशा समयसारकलशा (सटिप्पण) सम्यरतकौमुदी (भाषा टीका) समाधितंत्र (समाधिशतक)(मूल)
(मटीक) सर्वार्थ सिद्धि (भाषा टीका) सहस्रनाम सटीक (अंतिम पत्र नहीं) सागारधर्मामृत (स्वो टीका सहित) सामायिक क्रिया सारचौवीमी सारसमुच्चय सायद्वीपपूजा सिद्धचक कथा (माहात्म्य)
१८८३
१८६७
श्रुतसागर
संस्कत म. शुभचंद्र मल्लिषेणाचार्य भ० सोमकीनि कुन्दकुन्दाचार्य, अमृतचंद्र प्राकृत, संस्कृत
,, जयसेन अमृतचंद्र अमृतचन्द्र , x xx
मं०, हिन्दी पूज्यपाद __" , प्रभाचन्द्र
1 , x पूज्यपाद, पं. जयचंद्र
। संस्कृत, हिन्दी | मू.पं० श्राशाधर, टी० श्रुतमागर । मंस्कृत पं० श्राशाधर
x भ. सकलकीर्ति कुलभद्र
x १. नरसेन
प्राकृत भ. शुभचन्द्र
मंस्कृत पं० श्राशाधर भ. सकलकीति देवनन्दी भ०सकलकीर्ति
xxxx
१६२३
xxx Fx x x x xxx Fix x x x x x x x x
"
१८२५
मिडचक्रपृजा (स्वो टीका सहित) सिद्धान्तसारदीपक सितिप्रिय स्तोत्र (सटीक) सुकुमालचरित्र सुदर्शनचरित्र
१७३५ १८७१ १८२६ १८२१ १७७६
:
भ. विद्यानन्दि अमितगति
x
5
१८०८
सुभाषितरत्नसन्दोह सुभाषितार्णव सुभाषितावली सुमुमचरित्र सुलोचनाचरित्र (ग्वंडित) सोलहकारण जयमाल (सटिप्पण) स्नपनविधि (वृहत्) स्वप्नमहोत्सव ( बहत्) स्वयंभूगठ (लघु) स्वयंभूस्तोत्र (हत्)
, (सटीक) स्वामिकार्तिकेयानुप्रेश (सटीक)
(सटिप्पण)
भ. सकलकीर्ति भ. रत्नचंद्र देवसेन रबधूकवि भ. अभयनन्दी
२ से १६८x
अपभ्रंश संस्कृत
| १ से २२ २४से२५० १७७-१७६
xx
देवनन्दी समन्तभद्र
, , प्रभाचंद्र स्वामिकुमार, भ. शुभचंद्र
प्रा०, संस्कृत
३११
८
१७६६ १७७२