________________
२४०
अनेकान्त
[वर्ष ४
NCon
बेकार बन्धुओंके लिये स्वर्ण-संयोग !
__ स्वतंत्र आजीविका
हमार्ग मंमार-प्रसिद्ध औषधियों, अचार-मुरब्बा, अर्क-शरबनीको बेचनेके लिय यू० पी०, मी० पी० और मध्यभारतके प्रत्येक शहर और कम्बेमे जहाँ हमारं एजेन्ट नहीं हैं, एजेन्टोंकी आवश्यकता है । शतें बहुत सुविधाजनक और आकर्षक हैं। एजेम्मी केवल पंमाग, अनार और वैववन्धुओंको ही दी जा सकेंगी। इम के अलावा
कुछ खाम शहरों में कम्पनी अपनी शाखायें भी खोलना चाहती है, जिनमें कुलम्बी कम्पनी का अपना ही होगा माल भी कम्पनी अपना ही लगायगी। एजेन्टको केवल जमानत देनी होगी । परिश्रमी नवयुवक बन्धुत्रों का उत्तरकं लिय जवाबी कार्ड या टिकट भेज कर पृछना चाहिये ।
नकद जमानत दे सकने वाले बन्धु ही पत्र व्यवहारका कष्ट करें। और भी
*********
हमें कुछ ऐम कमीशन एजेन्टोंकी भी आवश्यकता है जो घूम कर आर्डर प्राप्त कर सकें । उनका ट्रेंड करना कम्पनीका कार्य होगा।
कौशलप्रसाद जैन, मैनेजिंग डायरेक्टर-भारत आयुर्वेदिक कैमीकल्स, लि० सहारनपुर
[एक लाग्ब रुपयेके मूलधनस कम्पनीज़ ऐक्टके मुनाबिक स्थापित ]