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विषय-सूची
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१. प्रमाचन्द्र-स्मरण... २. बढ़े चलो [ले० श्री० माईदयाल बी. ए. (ऑनर्स) बी. टी. ३. अहिंसा-तत्व [पं० परमानन्दजी शास्त्री... ४. मनुष्य जातिके महान् उद्धारक [श्री बी. एल. सराफ वकील ५. हरिभद्र सूरि [भी० रतनलाल संघवी ... ६. वीर-नसुवा (कहानी)-पं० मूलचन्द वत्सल ७. सरल योगाभ्यास [भी० हेमचन्द्र मोदी ... ८. होलीका त्योहार [सम्पादकीय ... ९. होली होली है (कविता) [ युगवीर ... १०. दर्शनोंकी आस्तिकता और नास्तिकताका आधार [पं० ताराचन्द ११. होली है (कविता) [गवीर १२. जातियाँ किस प्रकार जीवित रहती हैं [श्री० ला हरदयाल एम. ए.... १३. भगवान महावीर और उनका उपदेश [बा० सूरजभान जी वकील ... १४. माहित्य परिचय और समालोचन
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अनेकान्तकी फाइल
अनेकान्सके द्वितीय वर्षकी किरणोंकी कुछ फाइलोंकी साधारण जिल्लचाली गई हैं।१२वी किरण कम हो जाने के कारण फाइवें थोड़ी ही वन्ध सकी है। अतः जो बन्धु पुस्तकालय वा मन्दिरों में 2 करना चाहें या अपने पास रखना चाहें वे ॥३० मनियार भिजवा देंगे तो उन्हें सजिन्द भनेकान्तकी फाल भिजवाई जा सकेगी।
जो सज्जन भनेकान्तके ग्राहक हैं और कोई किरण गुम हो जानेके कारण जिल्द बंधवानेमें असमर्थ हैं उन्हें १२वी किरण बोड़कर प्रत्येक किरणके लिये चार माना और विशेषांकके लिए पाठ माना मिजवाना चाहिए सभी मादेशका पालन हो सकेगा।
-व्यवस्थापक
दो शब्द
उसतो
बदि भनेकाम्तके पाठको दो भी अनेकान्सके ग्राहक बनानेकी हपारें तोबनेकान्स बस सकता है। पाशा है उत्साही पाठक इस बार अपरय प्रयत्न करेंगे।
-व्यवस्थापक