SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 654
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ __Regd. No.L. 4326 A nndiyan क्या आपने सना ? THA बम्बई और इलाहाबाद जैसी - सुन्दर, स्वच्छ, मनमोहक और शुद्ध हिन्दी-अंग्रेज़ीकी छपाईका समुचित प्रबन्ध वीर प्रेस आफ इण्डिया, न्यू देहलीमें किया गया है। पाहकको रुचि और समयकी पाबन्दीका ख्याल रखना .... हमारी विशेषता है ।। आप भारतके किसी भी कोने में बैठे हों, आपकी छपाईका कार्य आपके आदेश और रुचिके अनुसार होगा. Near आपको इस तरहकी सहूलियत होगी मानों आपका निजी प्रेस है। + परामर्ष कीजियेःHo बालकृष्णा एम. ए." .: मैनेजिग डायरेक्टर - | জ্বী স্বীহ জন্ম, ক্ষুদ্ধ বিহা ভিৰ্ম্মিই ধু - कनाट सर्कस, न्यू देहली। HAND । नेमचन्द जैन श्रीडीटर के प्रबन्धसे 'वीर प्रेस चॉफ इण्डिया' कलाँद सर्कस म्यू वेहलीमें छपा
SR No.538002
Book TitleAnekant 1938 Book 02 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1938
Total Pages759
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size105 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy