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________________ विषय-सूची २९१ १. समन्तभद्र-अभिनन्दन २. मनोवेदना (कविता)-[श्री० भगवनस्वरूप “भगवन" ... ३. अपनी दशा (कविता)-[श्री. भगवनस्वरूप "भगवन"... ४. गोत्र कर्म पर शास्त्रीजीका उत्तर लेग्य [सम्पादकीय ५. परिवर्तन (कहानी) [श्री. भगवतस्वरूप भगवन् ... ६. आचार्य हेमचन्द [श्री. रतनलाल संघवी ७. मुभापित (कविता) [ संकलित ... ८. कथा कहानी [अयोध्याप्रसाद गोयलीय ९. बौद्ध तथा जैनधर्म पर एक मरमरी नज़र [श्री. बी. एल. सराफ वकील १०. संमारकी मम्पत्ति कैमी ? (कविता) [कविवर स्व० बनारसीदामजी ११. कोल्हूकं बैलकी दशा १२. दुर्जनका मन १३. मुक्ति मुक्तालि ५४. अदृष्ट शक्तियाँ और पुरुपार्थ [श्री. सूरजभान वकील १५. मूलाचार संग्रह ग्रन्थ है [श्री. पं० परमानन्द न्यायतीर्थ ५६. अनेकान्त पर लोकमत १७. अनुकरणीय टाइटिल प्रकाशकीय १. पूर्व सूचनानुमार पाँचवीं किरण नए टाइपमें प्रकाशिन हो रही है। २. "अनेकान्त” के इस माहमें ४ पृष्ठ और अधिक जा रहे हैं और यदि हमारी पसन्दका मोटा और रूस्खा काराज मिल गया जैसा कि आर्डर दिया हुआ है तो छटवी किरणसे चार पृष्ठ और बढ़ा दिये जाएंगे। यानी टाइटिल सहित ६० पृष्ठ अनेकान्त में रहा करेंगे। ३. स्थानाभावके कारण हमारी विभूतियाँ', 'पराक्रमी पूर्वज', 'जीवन के अनुभव', 'शिक्षाका महत्व' और नारी-उपयोगी लेख इस अंक में नहीं दिये जा सके। nusedRSom
SR No.538002
Book TitleAnekant 1938 Book 02 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1938
Total Pages759
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size105 MB
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