SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 338
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ SAXXXXXXXXXXXXXX ___'जैनसमाचार' नी 1911 नी सालनी 12 भेटो. 'सुविचार--माळा' ना मणका इ. स. 1910 नी आखेरीथी भर करवामां आव्या हता अने ए सालमां (1) 'साधुपरिषद्नो गुजराती रिपोर्ट ', (2) 'स्वरशास्त्र' तथा (3) 'कया ईश्वरे आ विश्व रच्यु ?' ए नामना 3 मणका आपवामा आव्या हता. त्यार बाद चालु 1911 नी सालमा नीचे मुजब 12 भेटो मणका नंबर 4 थी 16 सुधीनी-आपवान ठराव्यु छ:भेट 1 ली कल्याण मंदीर स्तोत्र. मणको 4 थो अपाइ चुकी... N, 2 जी संसारम सुख कहां है ? भा. 1, 5 मो अपाइ चुकी..../ , 3 जी दशवकालीक सूत्र भा. . ,, 6 ठो........छपायछे. 4 थी धर्मसिंह-बावनी , 7 मो अपाइ चुकी... , 5 मी महात्मा कबीरनां पदो-मा. ., 8 मो अपाइ चुकी... 6 ठी साधपरिदकी हिंदी रिपोर्ट , 9 मो अपाइ चुकी... 7 मी मोतीकाव्य खंड 1 लो , 10 मो अपाइ चुकी... , 8 मी महात्मा कबीरनां पदो-भा. 2 ,, 11 मो अपाइ चुकी... 9 मी संसार में सुख कहां है? भा. 2 , 12 मो अपाइ चुकी... 10 मी सती सावीत्री , 13 मो अपाइ चुकी... : H, 11 मी दर्शवकालिक सूत्र- भा. 2 ,, 14 मो......छपाय छे. , 12 मी दशवकालिक सूत्र भा.३ (संपूर्ण),, 15 मो......छपाय छे. उपर मुजब 32 पैकी 9 भेटो अपाइ गइ छ, त्रण छपाय छे ! ते बनती ताकीदे छापीने रवाना करवामां आवशे. ADE जैनसमाचार' पत्र दर सोमवारे प्रगट थाय छे. वार्षिक में मूल्य ( पोष्टेज साथे ) रु. 3 छे. हरसाल 12 पुस्तक बक्षीस आपेछे. पत्रव्यवहार:- मेनेजर, 'जैनसमाचार', दाणापीठ, अमदावाद. VXNANENANENANENANZ:NLY:NANINIGNANANIANANG YS आपका हरएक किरमका छापनेका काम ( गुजराती-हिंदो / इन्लीश ) शुद्ध छपाना हो तो भारबंधु छापेखानेमें भेजो. पता:-मैनेजर 'जैनसमाचार' और भारतबन्ध-मा. अहमदाबाद.
SR No.537763
Book TitleJain Hitechhu 1911 Book 13
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVadilal Motilal Shah
PublisherVadilal Motilal Shah
Publication Year1911
Total Pages338
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Hitechhu, & India
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy