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________________ પીળપત્રિકાનું પગેરૂં श्रीनशासन (अ6पाडी) वर्ष: १५ :४७ ता.२१-१० २००३ वालुये - सु. राभाई साधे पीला ( प मल्या. TA कोनी पर पापन मिग्राम यये न प्रभावना-रा. . n र २६४ उvedio + मारा समले सांबाजीने आपली उपर ने मामT EAX प्राध्या १ ते पत्र नया साटे पाठयी मार( प्रेम करा . | nr उपर पर महात्मा उरन पंडिजीजा राया. chick6 -- बाप-पत्रिकामा मोट कर रमसातु-मपी. Pawar माजेपर अपघावामी धरावी २६ छ'- जे रामाका - शिर र रसुप्रजर रिल भारर.. KTIVE असार भकी जन्माररावरवानी भावना सारन साफ it Li14 सर . ....... सपा- ९ 05 -प्राकका प्रयास र.. मुनाने 2 . F- 5. पू.. . रिपावला 41 1ो आप पू.को भणावशी-तार पूर्ण रकम पाहायलोक निरचे.. ना सीओ ने सुमन पगिर घर को सार सने विवानो जा रोटावर टकरे aaneKजार ले भोट पनिका पत्रफ छपायबाम भारल्प अद्विभी भने रथ ठाट नथी. दास्यमल मुरून पाके. वेळी न्यौ 'भुटान भार से मारे संडा - समु , हिटर पाय रेवर एकअरबी ताऊनी यही अकोन डीज संघ.समुदायन भगोये अजय बनी रहे ओको माग रहे ये आपकी बनादी राना चार टकरशः ओतपणजी --- चरोमो भारी सविनय वारंवार आग्रहभरी किती हे. पण शारत्र गरबाट विसरलो आयता प र पूर्ण रकम जि.रे.... . AT AGRIर र. .. ' भोट कमतर तुरंत प प गा. द.. . २६ ( ܟ 3-irܫ ܠܬ ܟܬܢܐ
SR No.537268
Book TitleJain Shasan 2002 2003 Book 23 Ank 01 to 48
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPremchand Meghji Gudhka, Hemendrakumar Mansukhlal Shah, Sureshchandra Kirchand Sheth, Panachand Pada
PublisherMahavir Shasan Prkashan Mandir
Publication Year2002
Total Pages302
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shasan, & India
File Size17 MB
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