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________________ उपधान करने पधारिये पधान करने पधारिये ॥ श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ स्वामीने नमः ।। ॥श्री अजितनाथ स्वामीने नमः ॥ ॥श्री शान्तेिन थ स्वामीन नमः ।। ॥श्री दान प्रेम रामचन्द्र भद्रंकर महोदय जिनप्रभ वारिषेण वि. सदगुरुभ्यो नमः || विश्वविख्यात झीलों की नगरी मेवाड देश के उदयपुर नगर में श्री पंचमंगल महाश्रुत स्कंध उपधान तप प्रसंगे स्नेहसभर मंगल निमंत्रण उपधानमे प्रेरक निश्रा पुण्य प्रभावक धर्म सामाज्य प्रवचनकार मुनिराज श्री युगप्रभ वि.म.सा. दिव्य कृ॥ जैन शासन शिरताज संघ सन्मार्गदर्शक सुविशाल तपस्वी मुनिराज श्री अमितप्रभ वि.म.सा. अध्यात्मयोगी प.पू.प.श्री ;कर वि.म.सा. गच्छाधिपति प.पू. आ. भ. मृदुभाषी प.पू. आ.भ.श्री िनप्रभ सू.म.सा. श्री रामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजा साध्वीजी श्री शुभोदयाश्रीजी आदिठाणा - ५ त्यागी तपस्वी प.पू.मु. श्री व रिषेण वि.म.सा. साध्वीजी श्री सुदर्शनाश्रीजी आदिठाणा - १५ यह है उपधान तप की महिमा, पधारिये पधारिये साध्वीजी श्री दिप्तिरत्नाश्रीजी आदिठाणा -४ श्रावक जीवन का एक ही सार आप भी इन महाफलो को प्राप्त कर सकते है। उपधान बिना ही उद्धार आज्ञा और आशीर्वाद सहस्त्राधिक श्रमण श्रमणी नेता वात्सल्य सिंधु प.पू. आ. भ. श्री महोदय सूरीश्वरजी महाराजा प्रथम प्रवेश माला पारीधान द्वितीय प्रदेश द्वितीय आसोज सुदी १० मारवाडी मागसर वदी १४ द्वितीय आसोज स् दी प्रथम १२ शुक्रवार गुजराती कार्तिक वदी १४ रविवादि. २६-१०-२००१ गुरुवार दि. १४-१२-२००१ दि. २८-१०. १००१ : SA आराधक वर्ग उपधान संबंधी सभी उपकरण साथ में लेकर पधारे उदयपुर का शीतलकारी वातावरण आराधना में स जुकुल होगा। उपधान तप की आराधना करने हेतु आप सभी को हमारा सादर आमंत्रण है। उपधान तप करने वाले तपस्वी दिनांक २५-१०-२००१ गुरुवार शाम तक अवश्य पधार जावे तथा पधारने वाले तपस्वी अग्रिम सूचना दि. १०-१०-२००१ तक नीचे लिखे पते पर अवश्य भिजवा देवें। नित्रक: दो सद्गृ स्थ परिवार सम्पर्क सुत्र: आराधना स्थल: अर्जुनलाल चुन्नीलालजी जैन आदेश्वर कॉलोनी, उदयपुर, श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संह फोन : ०२९४-४१८३९७ (नि.), ५२७४८४(कॉ.) अजितनाथ धर्मशाला, आराधना भवन, मालदास, ट्रीट. हजारीलाल चुन्नीलालजी जैन उदयपुर-३१३००१ फोन : ०२१४-४२२६७१ सम्यक् एपार्टमन्ट, तीसरा माला, फ्लेट नं.८ किरणमल जी सावनसुखा लालचन्द जी जैन बसन्तीला. जी बोल्या गीताबाग सोसायटी, पालडी, अहमदाबाद. फोन : ६५८३०२० (नि.) अध्यक्ष मंत्री चातुर्मा संयोजक सम्पर्क सुत्र: हस्तिमल घासीरामजी परिवार, मालदास सेहरी, बापना की सेहरी, मकान नं. ६, चारभुजा मन्दिर के पास, उदयपुर फो { : ०२१४-५२१६११ भरतकुमार बंशीलालजी जैन, २१, आदेश्वर कॉलोनी, बडी बोहरवाडी, उदयपुर फोन : ५२२१०७ (नि.)
SR No.537265
Book TitleJain Shasan 2001 2002 Book 14 Ank 01 to 18
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPremchand Meghji Gudhka, Hemendrakumar Mansukhlal Shah, Sureshchandra Kirchand Sheth, Panachand Pada
PublisherMahavir Shasan Prkashan Mandir
Publication Year2001
Total Pages372
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shasan, & India
File Size21 MB
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