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________________ ૧૯૦૭ ] કોન્ફરન્સના કરને થતો અમલ. [ ૩૫ (૨) માત્ર ઘરના આંગણાં આગળજ કુટવું. કુટતાં કુટતાં આંગણુંથી આગળ જવું નહી. (૩) ન્યાતમાં કેઈનું મરણ થાય, ત્યારે તે મરણની ખબર આખી ન્યાતમાં માણસ મોકલી કહેવડાવવી. ન્યાતમાંથી ઘર દીઠ એક માણસે ડાઘુમાં જવું અને જે નહી જાય તો તેણે ખોડા ઢોરમાં ૦) આપવા અને તે ધણી ૦) ખોડા ઢોરમાં મોકલી નહી આપે અને ઉઘરાણી કરાવે તે રૂ. વાત લેવા. ઉઘરાણું કરતાં પણ નહી આપે અને ન્યાતમાં એ સવાલ રજુ થાય તે રૂ. ૧) વસુલ લઈ ખોડા ઢેરમાં મેકલી मावा. मुराणा हीरालाल डिप्टी इंस्पेक्टर श्री जैन श्वेताम्बर कोन्फरन्स राजपूतानाका प्रयास. बेंच ओफिस अजमेरसे मेरा आना पाडीव राज्य सिराहीमें हुआ, यहां पर निम्न लिखित गांवोके मुखिया स्थान भवनेश्वर महादेव जो यहांसे एक माईलके फासिले पर जंगलमें है . इकठे हुए. (१) पावडी. (२) कालंद्री. (३) जवाल. (४) बलोट. (५) देलंदर. (६) मंडवाडिया. (७) बरारा. (८) मनोरा - (९) भुनगाम. (१०) जामोतरा. (११) सतापुरा. (१२) डड. (१३) मंडवाडा.. (१४) गोयल. (१५) खाम्बल. (१६) डुडुवा. (१७) बावरी. (१८) सिंदरत. (१९) धाणतु. आदि. असाढ शुक्ला १० से १५ तक प्रफुल्लित और आनंद उछाहके साथ सब महाशयोंके दिल चढ़ते प्रमाणोंकी तर्फ रजू रहैं, बिबिध प्रसंगो पर भाषण होते हैं. इस मोकेपर गोविंदसिंहजी डांगी जो सिरोहीमें देवकी दुकान पर मुनीम हैं वोहभी शामिल जलसा होकर कन्या बिक्रय निषेध पर छटादार भाषण दिया. जिसका अनुमोदन मिस्टर हरिलालजी जैसिंह खेताणी ओडिट ईन्स्पेकटर जो ईस मौके मेरी बिनती पर पधार कर परम उपकार किया. बिनतिपत्र सब श्रीमानोंको कान्फरन्सकी तर्फसे बांटे गये. और कान्फरन्सके प्रस्तावोंपर अमल करनेके विषय मैंने अपनी अमुल्य बुद्रिके अनुसार निवेदन किया. जो २ ठहराव ईन श्रीमानोंने किये वह ईस'. प्रथम मौकेपर प्रसंशा योग्य हैं, कितनेक ठहराव निम्न लिखित पास हुये. (१) कान्फरन्सकी तर्फसे जो रू. ०। शुक्रत भंडारकी योजना चल रहीहै ईन महा शयोंने प्रति रू. ०) संवत्सरीके दिन उघरावणी करके अपने २७ गांवोंके पोरवाल समुदाय जो जो ७०० घरोंकी अनुमान संख्यामें है वसूल कर कान्फरन्स बेंच ओफिसमें भेजने या अपने यहां ईसका उपयोग करनेका हर्षके साथ प्रति बर्ष कबूल किया.
SR No.536503
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1907 Book 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1907
Total Pages428
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size12 MB
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