SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 33
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ कायदे. १. हर महिने के अखौर में पत्र छपकर प्रगट होगा. २. छपने के लिये बिषय हर महिने की १५ तारीख तक पहुचना चाहिये. ३. छपने के लिये बिषय जहां तक मुमकिन हो संक्षिप्त हो और सिर्फ कॉन्स___करन्स से सम्बन्ध रखते हों. ४ नाम निर्देश करके आक्षेप न किया जावै. ५. चार्षिक मूल्य अगाऊ देना चाहिये. ६. काम काज सम्बन्धी-जैसे के रुपथ्या भेजना, ग्राहक बनना, पत्रके देरसे पाना, न पहुचने की शिकायत वगैरह वगैरह-पत्र व्यवहार आसिस्टैन्ट सोक्रेटरी जैन कॉन्फरन्स, श्राफ बाजार, मुम्बई के साथ करना चाहिये, और बिषय छपाने वगैरह के सम्बन्ध में पत्र व्यवहार मिस्टर गुलाबचंद दृढ़वा, जनरल सेक्रिटरी, जयपुर के साथ करना चाहिये. 9. जैन श्वेताम्बर ग्रेज्युएट्स एसोशियेशन के मेम्बरोंकों और उनके साथ हमदर्दी प्रगट करनेवालों को पत्र मुफत मिलेगा. ८. नमूने की कापी असिस्टैन्ट सेक्रिटरीको दरखास्त करनेपर मुफत मिलेगी. सछे. શ્રી જૈન વેતાંબર કોન્ફરન્સ તરફથી હિંદુસ્તાનના જુદા જુદા ભાગમાં ગુજરાતી વ્યા હિંદી ભાષામાં છટાદાર ભાષણ કરી શકે તેવા ઉપદેશક જોઈએ છે. પગાર લાયકાત સુજબ સારે આપવામાં આવશે. તે માટે નીચેને સરનામે અરજીઓ કરવી – શ્રી જૈન વેતાંબર કેન્ફરન્સ ઓફીસ स२।३ मार, अॅम.
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy