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________________ २०७ १९०५] पेथापुर कोन्फरन्स.. प्रमुखस्थानेथी. ठराव अढारमो-कॉन्फरन्सना कार्यमां मदद करनाराओनो उपकार. आ कॉन्फरन्स फतेहमंद उतारवामां वोलंटियरोए तथा बीजा भाईओए मदद करी छे तेमनो तथा — मुंबई समाचार, ' ' सांज वर्तमान, ' ' महीकांठा गेशेट, ' तथा ' जैन । वर्तमानपत्रोए पोताना प्रतिनिधीओ मोकली मदद करी छे तेमनो आ कॉन्फरन्स आमार माने छे. ठराव ओगणीसमो-महीकांठाना पो. एजंटनो उपकार. महीकांठाना मे. पोलीटिकल एजंट मि. पी. वी. एस. फिटशिराल्ड साहेबे आ कॉन्फरन्सजें काम निर्विघ्ने पार पडे तेवा हेतुथी मदद करी छे ते माटे तेओ साहेबनो आ कॉन्फरन्स अंतःकरणथी आभार माने छे. ठराव वीसमो-आ कॉन्फरन्सना ठरावो श्री जैन श्वेतांबर कॉन्फ रन्सना जनरल सेक्रेटरीओने मोकली आपवा बाबत. आ कॉन्फरन्सना तमाम ठरावो आपणी जनरल कॉन्फरन्सना सेक्रेटरीओने तेमनी जाण माटे मोकलवा आ कॉन्फरस्स ठराव करे छे. ठराव एकवीसमो-श्री पेथापुरना संघनो तथा रिसेप्शन कमिटीनो उपकार मानवा बाबत. श्री फेयापुरना श्री संघे आ कॉन्फरन्स मेळववामां तथा तेने पार उतारवामां जे श्रम उठाव्यो छे तेने माटे तेमनो तथा रीसेप्शन कमीटीना प्रमुख, सेक्रेटरी अने जुदी जुदी सब कमीटीओना समांसदोनो तथा वोलंटीयरोए जे खास श्रम उठाव्यो छे ते माटे तेमनो आ कॉन्फरन्स उपकार माने छे. . प्रमुखस्थानेथी मुकवामां आवेला आ सघळा ठरावो सर्वानुमते जयजिनेंद्रना अवाजो साथे पसार करवामां आव्या हता. ___त्यार बाद कॉन्फरन्सना कार्यने समाप्त करतां प्रमुख साहेबे नीचे प्रमाणे भाषण हिंदी भाषामां आप्युं हतुंः प्रमुख साहबका भाषण. प्रिय धर्म बान्धवो और बहिनो ! . आप सब सजनोंकी सहायता और स्वधर्मोनत्तिकी अभिलाषासे श्रीपेथापुरके संघकी इच्छित मुराद निर्विनतासे पूर्ण हुई. तीन दिन तक इस गरमीकी उष्णताको सहन करके इस मंडपमें भात भावके साथ इकठे होकर अपनी सामाजिक और धर्मोनत्तिके वास्ते आपनें एकमत होकर जो जो ठराव पास किये हैं वे सब स्तुतिपात्र हैं और वे सब ठहराव अपनी महासभाको पुष्टी देनेवाले है. इस प्रान्तिक सभामें आपने अपने डाहेपन और चातुर्यसै दो बातें खास तौरपर प्रदिप की हैं कि जिनके सबबसे आयंदा कोनफरन्सों में इस पेथापुर कोनफरन्सको प्रथम पद दिया जावेगा और अपनी उन्नत्ति उतनीही
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
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