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________________ १६१ १९०५] पेयापुर कोन्फरन्स. पूर्वक माफ करंगे. अखीरमें में सिर्फ यह कहना चाहताहूं कि आपसाहब मेरे कथनपर पूरा लक्ष देकर अपने यहां आनेको सफल करके श्री पेथापुर संघको कृतार्थ करंगे. प्रमुख साहेबर्नु भाषण पुरुं थया बाद बाकीनी बेटकोमां चर्चवाना विषयो तथा वक्ताओ विगेरे नकी करवा सारु नीचेना गृहस्थोनी एक सबजेक्ट कमिटी निमवामां आवी हती: मि. गुलाबचंदजी ढढा, शेठो जमनाभाई भगुभाई, मोतीचंद भगवानदास, गांधी रवचंद रामचंद, वकील फतेहचंद रामचंद, शेठो फतेहचंद रवचंद, हाथीचंद झवेरचंद, भगुभाई काळीदास, डाह्याभाई हठीसंग; वकीलो डाह्याभाई हकमचंद, छोटालाल लल्लुभाई, नगीनदास सांकलचंद, मनसुखराम मुळचंद, डोसलचंद जमनादास, जेशिंग लल्लुभाई, छोटालाल काळीदास, शा. जमनादास मोहोकम, मि. मनसुखराम रवचंद, मि. रतनचंद हकमचंद, भगुभाई फतेहचंद, मनसुख लल्लुभाई, चदुलाल छगनलाल, केशवलाल अमथालाल बी. ए., सांकलचंद मोहोकमचंद बी. ए., हाथीभाई मुळचंद, डाह्याभाई हाथीचंद, लल्लुभाई करमचंद दलाल, नारणजी अमरशी, नथुभाई मंछाचंद, परीख जेसंगभाई साकरचंद, नेमचंद भगवानदास, बालुभाई मंछाराम, गांधी दलसुखभाई मगनलाल, लल्लुभाई रामचंद विगेरे आशरे १५० गृहस्थो. ___त्यार बाद मेळावडो बाजा दिवसने माटे विसर्जन भयो हतो. बीजो दिवस. शुक्रवार, ता. १२-५-१९०५. सभानो बखत के जे अगियार वाग्यानो राखवामां आव्यो हतो ते पहेलां डेलीगेटो, प्रेक्षको, स्त्रीओ विगेरेथी मंडप भराई गयो हतो; अने वोलंटियरो योग्य बंदोबस्त राखी सर्वेने पोतपोतानी जग्याए बेसाडता हता. बरावर अगियार वागे प्रमुख साहेब मि. गुलाबचंदजी ढढा मंडपमां पधारतां हर्षना अवाजोथी तेमने वधावी लेवामां आव्या हता. सरेस्ता मुजब त्रण बालिकाओए नीचे प्रमाणे स्तुति हारमोनियमना सुर साथे गाई हती: मंगळाचरण. (१) हरीगीतछंद. देवाधिदेवा चरण शेवा नित्य मेवा आपजो, करि विजय जैनसमाजनो शांति सकळ स्थळ स्थापजो; आ भरत भूमिना जैनी जनना संकटो सौ संहरो, श्रीशांतिनाथ कृपानिधी श्रीसंघमां शांति करो..
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
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