SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 131
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १९०५] आमलनेर कोन्फरन्स. १२३ ठराव चौदमो-"मुंबई समाचार" पत्रनो मानवामां आवेलो आभार. "मुंबई समाचार पत्रनो आभार मानवाना संबंधमां आवकार देनारी कमिटीना वडा सेक्रेटरी मि० हरखचंद गुलाबचंदे निचे मुजब दरखास्त रजु करी हती: "जैन कोममां तथा तमाम वेपारीओमां सारी रीते फेलायलं " मुंबई समाचार " पत्र वीजी कोमोनी साथे जैन कोमनी जे अमूल्य सेवा बजावे छे, तथा मोटा खर्च करीने महान समारंभ प्रसंगे पोताना खास रीपोर्टर मोकली आपीने हिंदना जुदा जुदा भागोना जैन ग्राहकोने खबरो पुरी पाडवामां जे आगेवानी ले छे ते माटे आ दक्षिण प्रांतिक जैन कोन्फरन्स "मुंबई समाचार' पत्रनो आभार मानेछे." कोरेसपोन्डन्स कमीटीना प्रमुख मी० दामोदर बापुसाए उपली दरखास्तने टेको आपतां जणाव्यु के " मुंबई समाचार " पत्रे अत्रे पोताना खास रीपोर्टरने मोकली आपीने जे सेवा बजावी छे तेथी आखी हिंदनी जैन प्रजा आभारी थशे, कारण के एक भागमां जे महान समारंभो थाय छे ते वीपे “ मुंबई समाचार " पत्र पोताना मोटा खर्चे बीजा भागने त्वराथी खबर आपे छे अने आ सेवा कई नानीसुनी लेखाय नहीं. ___ श्रीआणंदजी कल्याणजीनी पेढीना प्रमुख शेठ लालभाई दलपतभाईए उपली दरखास्तने अनुमो, दन आपतां जणाव्यु के, घणो वखत थयां " मुंबई समाचार ” पत्र जैन भाईओमां सारी रीते वंचाय छे अने ते पत्र खर्चनी दरकार कर्या वगर जे अमूल्य सेवा बजावे छे ते माटे ते पत्रना मालेक अने अधिपतिने धन्यवाद घटे छे. छेल्ली बने कोन्फरन्सोमां आ पत्रे हिंदना जैन भाईओने मोटा जथामां खबरो आपीने जे लाभ आप्यो छे ते आपणे विसरी गया नथी अने तेथी ते पत्रनो आभार मानवा माटे जे दरखास्त मुकवामां आवी छे तेने हुं दीलोजानीथी अनुमोदन आपुंछु. आ दरखास्त ताळीओना अवाजो बच्चे सर्वानुमते पसार करवामां आवी हती. ठराव पंदरमो-प्रमुख नगरशेठ चीमनभाई तथा शेठ लालभाई वगेरेनो मानवामां आवेलो आभार. आवकार देनारी कमीटीना वडा सेक्रेटरी मी० हरखचंद गुलाबचंदे आ कोन्फरन्सना प्रमुख नगरशेट चीमनभाई लालभाई तेमज श्री आणंदजी कल्याणजीनी पेढीना प्रमुख शेठ लालभाई दलपतभाई तथा तेमनी साथे आवेला गृहस्थोनो आभार मानवानी दरखास्त मुकी हती. मी० दामोदर बापुसाए आ दरखास्तने टेको आपतां जणाव्युं के, अमदावादना नगरशेठ चीमनभाई लालभाईए आ प्रांतीक कोन्फरन्सन प्रमुखस्थान स्वीकारीने तेने जे प्रकाश आप्यो छे ते माटे तेमने सर्व तरफथी धन्यवाद आपवामां आवे छे. आ नगरशेठy कुटुंब मोगल शहेनशाहतना वखतथी सन्मान पामतुं आवेलुं छे अने हिंदना सकळ संघमां दीपतुं आवेलुं छे तेवा कुटुंबना नरे आ खानदेशने दिपाव्यो छे ते अमे अमारूं मोटुं भाग्य समजीए छीए. ___वळी शेठ लालभाई दलपतभाई जेओ श्री आणंदजी कल्याणजीनी पेढीना प्रमुख, जैन कोन्फरन्सना जेनरल सेक्रेटरी अने मील मालेक छे, जेओने एक घडीनी फुरसद होती नथी, छतां पोताना अमूल्य वखतनो भोग आपीने तेमणे जे श्रम लीधो छे तथा कीमती सलाह आपी छे ते माटे दक्षीणना जैन भाईओ तेमनो अंतःकरणथी आभार माने छे. वळी तेमनी साथे आवेला बीजा जाणीता गृहस्थो तथा प्रेक्षकोनो पण उपकार मानवामां आवे छे.
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy