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________________ किरण १] प्रतिमा-लेख-संग्रह २३ पार्श्वनाथ-धातु-७ अं.-"सम्बत १४३६ श्रीमूलसंघेन श्रीप्रभाचन्द्र तच्छिष्य मंडलाचार्य • श्रीधर्मचन्द्रस्तदाम्नाय खंडेलबाल तरान्वये. पाटणी गोत्र सा० टीकम भा० निहुरणा सरितस्तत्र प्रणमंति।" २४ चंद्रप्रभु-७ अंगुल-धातु-"सं० १६५७ वैसाख बदी २ बनारसीदास प्रतिष्ठितं भोगांव मुवासीलाल की नौजे।" . २५ महावीर-धातु-६०-"सं० १५३७ वर्षे बैसाख सुदि १४ रविवासरे श्रीमूलसंधे जैसार सा० जैसिंह भार्या सामा पुत्र माधव कर्मक्षयार्थ निर्मितं ।" . २६ चन्द्रप्रभु-धातु-४ अं०-"सं० १९५५ प्रतिष्ठितम् गुणलाल अजमेर ।” २७ पार्श्वनाथ-धातु-५ अं०-"सं० १४७१ लमेच सीललालेन पुत्र नित्यं प्रणमंति ।" २८ पार्श्वनाथ-४ अं०-धातु-लेखरहित । २६ पार्श्वनाथ-४ अं०-धातु-"सं० १५२४ प्रतिष्ठितं ।" ३० अर्हत-धातु-३॥ अं०-लेख व चिह्नरहित । ३१ पार्श्वनाथ-धातु-३ अं०-"सं० १५०६...... । ३२ अर्हत-धातु-"सं० १९५५ ।" ३३ ,, , लेखरहित । ३४ पार्श्वनाथ-धातु--३॥ अं.-"स. १५४८". ३५ पार्श्वनाथ - धातु-३॥ अं०-लेखरहित । ३६ श्रादिनाथ-मटीला पा०-१० अं०-लेख मिट गया है। पढ़ने में नहीं पाता। प्राचीन मूर्ति है जटादार बाल हैं। ३७ पार्श्वनाथ- धातु-३ अं० "पं० शोभाराम ।' ३८ पार्श्वनाथ-प्रातु-३ अं० – “सं ११२१" ३६ पार्श्वनाथ-धातु-२ अं०-लेख नहीं । ४० पार्श्वनाय-धातु-३ अं०-“श्रीमूनसंघे सं० १४५." ४१ प्रादिनाथ-श्वेत ०-६५ अं०-"श्री संवत् १६५२ मिती माव सुदी ५ काष्ठासंघ दिल्ली सिंहासनाधीश भ० श्री प्रकीर्तिदेवास्तदाम्नाये अग्रवाल बाबू छेदीलाल जी विश्नुचंद्र जो नरोत्तम दास जी प्रतिष्ठा करायितां कटेश्वर म्यां" । नोट-जिनके साथ खड्गासन लिखा है उन वियों को छोड़कर शेष पद्मासन हैं ।
SR No.529551
Book TitleJain Siddhant Bhaskar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Siddhant Bhavan
PublisherJain Siddhant Bhavan
Publication Year
Total Pages417
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jain Siddhant Bhaskar, & India
File Size10 MB
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