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Ahimsa Vishwa Bharti
Universal Ahimsa Foundation (Regd.) Founded by His Holiness Shantidoot Acharya Amrender Muniji Maharaj
Chief disciple of world renowned lan Guru His Holiness Acharya Sushil Muniji Maharaj
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सुचातक निर्मल दोची, अशोक दामोडिया, बानिका शोभा बोरा एकजना President.Chairman और सभी कार्यकताओं को आशीर्वाद। आपका निमरणपत्र मिला- उसके लिए धन्यवाद। duly Bily तक 18th Biennial Jaina Convention करने जा रहे है.बहसारे जैन संसार के लिए आनंदका विषय है। Atlanta Georgia जैन समाजका यह एक बहुत सुन्दर पचासजीसनीयतसराहनीबकाये है। यहComention का कार्यक्रम धर्मनाद विनवारियों को पारी और गुंजायमान करेगा तथा सारे वातावरण को आध्यात्म की सुगंध से भर देगा। आजकी अपराध वृश्तियों से निराश एवं कृतित करते हुए मान के लिए यह शुभ आयोजन संजीवनी काम करेगा।
हमारे गुरुदेव परम बढेय और संघ के आचार्य, मुनि श्री सुशील कुमार जी महाराज चाहते की अमरीका के हर शहर मेमक्ति के वातावरणका प्रचार एवं प्रसार हो जिससे पूरा शहर लभान्वित हो। हर दो साल के बाद JainmaaConvention जैन धर्म, अहिंसा, शाकाहार. पर्यावरण सुरक्षा एवं शिक्षा के कार्य में हमेशा अगसराइस पवितकार्यसेनई पीढ़ी मनमे नया उत्साह एवं धर्मभावना जागत होगी क्योंकि अब विदेशी मेसेवनककी उसकेगवेगातो आत्महत्यामा हत्याएं कर रहे हैं। अब इस धर्म ज्योति के कार्य से बच्चों के लिए प्रेरणा एवं जीवन मेनई दिशा का आधार बनेगा। इससे एक्ताव स्नेह की भावना जागेगी।मानवमानवताकेन्वोकोसमझकर उसको आचरणमेलेगा।
संदेश यह जानकर हार्दिक प्रसन्नता हुई किना कन्वेशन 2015 से जुलाई को अटलांटा, जॉरजियो यू.एस.ए. में आयोजित होने जा रहा है। 1981 से स्थापित जैना 60 सेटरों के गाध्यम से जैन एकवा को मजबूत करने में सफल हुआ है तथा उसके मानवतावादी कार्यों के कारण अमेरिका में जैन समाज की आवाज यूनाईटिड नेशन्स एवं वाईट हाउस तक सुनाई देती है। जैना कंवेनशन 2015 में Jainism: World of Non Violence" पर व्यापक पर्चा होगी। यह कन्वेशन ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब एक और नेपाल में भूकंप की भयंकर जासदी ने मानवता को शोर कर रख दिया है और दूसरी ओर विश्व के अनेक भागों में सांप्रदायिक तथा जातीय उन्माद से उत्पन्न युद्ध हिंसा व आतंकवाद ने विश्व को भयाक्रांत कर रखा है। युद्ध हिंसा व अकवाद किसी समस्या का समाधान नहीं है। हिंसा प्रतिहिंसा को जन्म देती है। संवाद के मारा भगवान महावीर द्वारा प्रतिपादित अहिंसात्मक मार्ग से अनेकांतवाय शैली में हर आपसी विवाद को सुलझाया जा सकता है। प्राकृतिक आपदा भी अहिंसा एवं पर्यावरण के सिद्धांतो को नजरअंदाज करने से उग्र रूप धारण करती है। अहिंसा और पर्यावरण का गहरा संबंध है। सृष्टि का संतुलन भी अहिंसा और पर्यावरण से जुडा हुआ है। अतः "Jainism: World of Non Violence" पर होने वाली व्यापक चर्या उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए गील का पत्थर साबित होगी। वस्तुतः भगवान महावीर के अनेकांत दर्शन में अनेक वैश्विक समास्याओं का समाधान मौजूद है। यह बहुत ही उल्लेखनीय है कि पश्चिमी देशों में परम भौतिक विकास तथा उसकी बकाओंथ के माहौल में रहने तथा अत्यंत व्यस्त जीवन शैली के बावजूद भी आप सभी धार्मिक, सामाजिक आध्यागिक एवं सांस्कृतिक मुल्यों के संरक्षण के लिए एकजुट होकर कार्य कर रहे है यह भारत सहित अन्य देशों के लिए भी प्रेरक है। शुभकामनाओं सहित
अन्यायलाळेश आचार्य लोकेश मुनि संस्थापक अध्यक्ष अहिंसा विश्व भारती बेबसाईटwww.acharyalokeh.org.www.ahimsavishwabharti.org
इस अवसर पर विद्वान मुनियो एवं आचार्यों के प्रवचन मनोरंजन के साथ साथ अंजन का काम कर मुमुना जीवन रष्टि को शुद्ध एवं सूममयाही बनाएंगे भगवान महावीर की अहिंसा पर अनेकान्ताद की ध्वजा वातावरण में आध्यात्मिकता जगाएगी। मुझे विश्वास है कि यह Convention ऐतिहासिक एवं स्मरणीय रहेगा।
जैन संस्कृति की प्रतिक्रिया अहिंसा मूलका होती है. चलना फिरनामा .ना.मायन करना आदि सभी मै अहिंसा का नाद ध्वनित होता है। भगवान महावीर की अहिंसा बहुत व्यापक है। गुरुदेव करमाया करते मे.जब बच्चे का जन्म होता है.सबसे अहिंसा की शुरुआत हो जाती है। आज नेपाल के अंदर, और कई देशी मे बार बार भूकम्य दवारा विनाशालीमा हो रही है। उसका मूल कारण जीतो की हिंसा है। नेपाल में समास पानी हत्या कारणले भूकम्पबार बार आकर विनाशलीमा कारस्य प्रस्तुत कर रहा इस लिए भगवान महावीरनेकहा कि जियो और जीने दो मुझे आशा है कि JainaConvention द्वारा अहिंसा, पर्यावरण आदिका प्रचार प्रसारकर महावीर के अमर सन्देशको विश्व में पहुंचाकर परम कांतिका वातावरण उपस्थित करेंगे। शिवम वान,मंगलम् भूखानासता संसारभतिकवातावरण मैजिए.इसके लिए कोटिशा शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद। ओम आहेमा
मानित अमेन्द्रमुनि
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