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________________ A message from Muni Manak Kumar Shri. Parshva Padmavati Shaktipeeth B-7 Premsagar, Chinchwad, Pune - 411 -33 (India) Regd. No.E-3829 - संदेश - 25 वर्ष पूर्त नार्थ अमेरिका की धरती पर एक बीज लाया गया, जो आज वट वृक्ष की तरह विस्तार पाकर पूरे विश्व में अपनी सुषमा फैला रहा है। उसका नाम है "जैना"। समस्त जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था के रूप में जैना' अपनी जो गरी जमा -युका है। अनेक मत - मतान्तरों में बंटे हुए जैन समाज को एक सूत्र में पिरोकर जैन ने अनेकता में एकता का अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। _एकता - सौहार्द - समानय का प्रतीक है - "जैना" । इस पुनीत कार्य में जो भी सहभागी - सहयोगी बने है - बन रहै वे सब आमजन्दनीय है , साधुवाद के पात्र हैं। ना के पवित्र उद्देश्य को यथावत् रखते हुए इसको नई दिशाओं और नए आयाओं में आगे बटाले का गुरुतर दायित्व सबके कन्धों पर है। आशा और विश्वास है कि जैजा पूरे विश्व को अपना कार्यक्षेत्र बनाएगी ताकि सुसंरकारित जैन समाज सुसंशाठित रह सके। न्यूजस में इस वर्ष जैना का 14वां द्विवर्षीय कन्वेन्शान उत्साह उल्लास से संपन्न होने जा रहा है। स्थानीय जैन समाज या जैना द्वारा किया जा रहा प्रयास प्रशंसनीय है। आप सब का प्रयास सफल हो उसी शुभकामना - 30शीवाद के साथ - मुनि मनक कुमार पूना, मार्च १५,२००7 14th Blennial JAINA Convention 2007 PEACE THROUGH DIALOGUE Jan Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org
SR No.527529
Book TitleJAINA Convention 2007 07 Edison NJ
Original Sutra AuthorN/A
AuthorFederation of JAINA
PublisherUSA Federation of JAINA
Publication Year2007
Total Pages220
LanguageEnglish
ClassificationMagazine, USA_Convention JAINA, & USA
File Size17 MB
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