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अर्हत वचन, 23 (4), 2011
कालक्रम से शताब्दी
टीकाकार
19वीं ई. शदी श्रीमद् जयाचार्य
( श्वेताम्बर
तेरापंथ के चतुर्थ आचार्य) (1803-1881)
20 वीं इ. शदी
घीसालालजी
महाराज
(स्थानकवासी
आचार्य ( 1884
में जन्म) राजेन्द्रसूरि (1889-1929) आचार्यमहाप्रज्ञ
1920 में जन्म
नियुक्ति
भाष्य
आचारांग भाष्यम् (सं.) 1994 में
पूर्ण किया
चूर्णि
संस्कृत टीका
| आचारांग पद्यानुवाद (प्रथमश्रुतस्कन्ध) आचारचूलावार्तिक ज्ञाताप्रज्ञापना,
उत्तराध्ययन 29
अध्ययन भगवतीसूत्र पर
पद्यात्मक व्याख्या, आचारांग द्वितीयश्रुतस्कन्ध का वार्तिक स्थानकवासी तेरहपंथी मान्य 32 आगमों पर संस्कृत टीकाएं
| कल्पसूत्रार्थप्रबोधजी
लोकभाषा में रचित व्याख्या
का निर्माण (सभी अप्रकाशित) भगवतीसूत्र पर राजस्थानी भाषा मे जोड़ का निर्माण