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________________ अजितनाथ प्रथम आर्थिक क्रान्ति के जनकः समरचक्रवर्ती-भगीरथ गंगावतरण. भारत ८ से १० लाख वर्ष पूर्व बर्फ से आच्छादित हिमालय पर्वत द्वारा निमित जिनालय गंगा नदी मर्मदा नदी गंगा नदी सम्मेदान्चल गंगावतरण महाकवि पुष्पदन्त (ईस्वी शताब्दी १०वीं - उत्तरार्ध) की अविस्मरणीय अभिव्यक्ति है। यह इतिहास व साहित्य का अनोखा संगम है। टीथिस या पयोदधि सागर के उत्तर में हिमपर्वत और नर्मदा के ऊपर के भाग में मैदान के रूप में बदलने के पश्चात मैदानी भाग मे पानी की अत्यधिक कमी होगई। जीवन को पल्लवित करने के लिए सगर चक्रवर्ती ने हिमालय के जाठस्त्रोतों को धरती पर प्रवाहित करने का निर्णय किया। सगर पुत्रों की ब्रिगेड ने भगीरथ के 14 नैतृत्व मे गंगावतरण किया। हिमालय ने अपने हृदय का अमृत भारत भूमिको भेंट कर दिया। इसी गंगावतरण ने गंगा सिंधुका उपर उपजाऊ मैदान बनाया। यह गंगावतरण प्रथम आर्थिक क्रान्ति का जनक बना। चित्र क्र. 3
SR No.526590
Book TitleArhat Vachan 2011 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnupam Jain
PublisherKundkund Gyanpith Indore
Publication Year2011
Total Pages101
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Arhat Vachan, & India
File Size32 MB
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