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________________ महावीर पुरस्कार वर्ष 2000 एवं ब्र. पूरणचन्द्र रिद्धिलता लुहाड़िया पुरस्कार 2000 प्रबन्धकारिणी कमेटी, दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी द्वारा संचालित जैन विद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी के वर्ष 2000 के महावीर पुरस्कार के लिये जैन धर्म, दर्शन, इतिहास, साहित्य, संस्कृति आदि से सम्बन्धित किसी भी विषय की पुस्तक/ शोध प्रबन्ध की चार प्रतियाँ दिनांक 30 सितम्बर 2000 तक आमंत्रित हैं। इस पुरस्कार में प्रथम स्थान प्राप्त कृति को रु. 21001/- एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा तथा द्वितीय स्थान प्राप्त कृति को ब्र. पूरणचन्द्र रिद्धिलता लुहाड़िया साहित्य पुरस्कार के अन्तर्गत रु. 5001/- एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। 31 दिसम्बर 1996 के पश्चात प्रकाशित पुस्तक ही इसमें सम्मिलित की जा सकती हैं। यह सूचित करते हुए हर्ष है कि वर्ष 99 का महावीर पुरस्कार डॉ. अनिरूद्धकुमार शर्मा को उनकी कृति 'श्रीमद्बाग्भट विरचितं नेमिनिर्वाणम् - एक अध्ययन' तथा ब्र. पूरणचन्द रिद्धिलता लुहाड़िया पुरस्कार दिगम्बर जैन मन्दिर महासंघ, जयपुर को उनके प्रकाशन 'दिगम्बर जैन मन्दिर परिचय जिला जयपुर (ग्रामीण अंचल)' पर दिनांक 19.4.2000 को श्रीमहावीरजी में महावीर जयंती के वार्षिक मेले के अवसर पर प्रदान किया गया। नियमावली व आवेदन पत्र का प्रारूप प्राप्त करने के लिये संस्थान कार्यालय, दिगम्बर जैन नसियाँ भट्टारकजी, सवाई मानसिंह रोड़, जयपुर -4 से पत्र व्यवहार करें। . डॉ. कमलचन्द सोगाणी, संयोजक दिन स्वयंभू पुरस्कार 2000 दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी द्वारा संचालित अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर के वर्ष 2000 के स्वयंभू पुरस्कार के लिये अपभ्रंश साहित्य से सम्बन्धित विषय पर हिन्दी अथवा अंग्रेजी में रचित रचनाओं की चार प्रतियाँ 30 सितम्बर 2000 तक आमंत्रित हैं। इस पुरस्कार में रु. 21001 = 00 नगद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। 31 दिसम्बर 1995 से पूर्व प्रकाशित तथा पहले से पुरस्कृत कृतियाँ सम्मिलित नहीं की जायेंगी। - डॉ. कमलचन्द सोगाणी, संयोजक जैन सोशल वेलफेअर एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) छात्रवृत्तियाँ 2000-2001 उच्च तकनीकी शिक्षा के लिये रिफन्डेबल (वापसी) तथा स्कूल / कालेज शिक्षा के लिये नान रिफन्डेबल (वापिस न होने वाली) छात्रवृत्तियाँ योग्यता एवं कमजोर आर्थिक स्तर के आधार पर उपलब्ध हैं। आवेदन प्रपत्र एक लिफाफे (24 x 10 mm) पर अपना पता व रु. 2/- का डाक टिकिट भेजने से प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन पत्र हमें मिलने की अंतिम तिथि 15.8.20001 मंत्री - छात्रवृत्ति जैन सोशल वेलफेअर एसोसिएशन, एफ - 83, ग्रीन पार्क (मेन), नई दिल्ली -110016 अर्हत् वचन, जुलाई 2000
SR No.526547
Book TitleArhat Vachan 2000 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnupam Jain
PublisherKundkund Gyanpith Indore
Publication Year2000
Total Pages92
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Arhat Vachan, & India
File Size17 MB
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