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________________ क्र. नाम श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ द्वारा प्रवर्तित श्रत संवर्द्धन पुरस्कार 2000 सराकोद्धारक संत, परम पूज्य उपाध्याय श्री ज्ञानसागर जी महाराज की प्रेरणा से स्थापित श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ द्वारा जिनवाणी के प्रचार - प्रसार में अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले विशिष्ट विद्वानों को निम्नांकित पाँच श्रुत संवर्द्धन वार्षिक पुरस्कारों से सम्मानित करने का निश्चय किया गया है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत प्रतिवर्ष पूज्य उपाध्याय श्री के पावन सान्निध्य में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में प्रत्येक चयनित विद्वान को रु. 31000 = 00 की सम्मान निधि, प्रशस्ति पत्र, शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार का संक्षिप्त विवरण निम्नवत है। विषय परिधि आचार्य श्री शांतिसागर छाणी स्मृति यह पुरस्कार जैन आगम साहित्य के पारंपरिक श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार अध्येता / टीकाकार विद्वान को आगमिक ज्ञान के संरक्षण में उसके योगदान के आधार पर प्रदान किया जायेगा। 2. आचार्य श्री सूर्यसागर स्मृति यह पुरस्कार प्रवचन - निष्णात एवं जिनवाणी की श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार प्रभावना करने वाले विद्वान को प्रदान किया जायेगा। 3. आचार्य श्री विमलसागर (भिण्ड) स्मृति यह पुरस्कार जैन पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार कार्य करने वाले जैन पत्रकार को दिया जायेगा। 4. आचार्य श्री सुमतिसागर स्मृति यह पुरस्कार जैन विद्याओं के शोध / अनुसंधान श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रदान किया जाएगा। चयन का आधार समग्र योगदान होगा। 5. मुनि श्री वर्द्धमान सागर स्मृति यह पुरस्कार जैन धर्म - दर्शन के किसी क्षेत्र में श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार लिखी गई शोधपूर्ण, मौलिक, अप्रकाशित कृति पर प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार हेतु कोई भी विद्वान / सामाजिक कार्यकर्ता/संस्था प्रस्ताव निर्धारित प्रस्ताव पत्र पर 15 जून 2000 तक निम्न पते पर प्रेषित कर सकते हैं। प्रत्येक पुरस्कार हेतु प्रस्ताव पृथक-पृथक प्रस्ताव पत्र पर सभी आवश्यक संलग्नकों सहित भेजे जाना चाहिये। प्रस्ताव - पत्र एवं नियमावली भी इसी पते से प्राप्त की जा सकती है। अखिल भारतीय दिगम्बर जैन सराक ट्रस्ट द्वारा प्रवर्तित रु. 25000/- के सराक पुरस्कार-2000 हेतु भी नियमावली, प्रस्तावपत्र आदि निम्नांकित पते से ही प्राप्त की जा सकती है। डॉ. अनुपम जैन संयोजक - श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार समिति C/0. कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ 584, महात्मा गांधी मार्ग, तुकोगंज, इन्दौर - 452 001 फोन : 0731 - (का.) 545421, 787790(नि.) डा. नलिन. के. शास्त्री अध्यक्ष अर्हत् वचनं, अप्रैल 2000 हंस कुमार जैन महामंत्री डॉ. अनुपम जैन संयोजक
SR No.526546
Book TitleArhat Vachan 2000 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnupam Jain
PublisherKundkund Gyanpith Indore
Publication Year2000
Total Pages104
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Arhat Vachan, & India
File Size6 MB
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