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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir समाचारसार प. पू. आचार्यदेव श्री मनोहरकीर्तिसागरसूरीश्वरजी तपागच्छीय प्रवर समिति के अध्यक्ष के रूप में मनोनीत जिनशासन में सबसे विराट संख्या में श्रमण-श्रमणियों की संख्या धरानेवाले तपागच्छ की प्रवर समिति में योगनिष्ठ आचार्य श्री बुद्धिसागरसूरि समुदाय के गच्छनायक आचार्य श्री मनोहरकीर्तिसागरसूरीश्वरजी को प्रवर समिति के शेष चारों आचार्यों ने प्रवर समिति में समाविष्ट होने हेतु विनती करते हुए उन्हें प्रवर समिति के अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया. प्रवर समिति के पूर्वाध्यक्ष पूज्य आचार्य श्री विजय प्रेमसूरीश्वरजी के कालधर्म के पश्चात् यह स्थान रिक्त था. यह घोषणा दिनांक २३-१०२०१६, रविवार के दिन, गोदावरी जैनसंघ, अहमदाबाद में आयोजित विजय प्रेमसूरीश्वरजी की विराट गुणानुवाद सभा में प्रवर समिति की ओर से पूज्य आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी, पूज्य आचार्य श्री हेमचन्द्रसूरीश्वरजी तथा पूज्य आचार्य श्री जयघोषसूरीश्वरजी तथा विशाल श्रमण-श्रमणी गण आदि चतुर्विध श्रीसंघ के समक्ष शेठश्री आणंदजी कल्याणजी पेढी के प्रमुख शेठ श्री संवेगभाई ने जनमेदिनी की हर्षध्वनियों के साथ की. इसके साथ ही समस्त भारत के श्रीसंघों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई. शान्त, सौम्य व अप्रमत्त स्वभाव के धनी पूज्यश्री वर्तमान श्रमणसंघ में सबसे अधिक वर्षों का दीक्षा पर्याय एवं आचार्यपद पर्याय धराते हैं. इसी उपलक्ष में दिनांक २०-११-२०१६ के दिन श्री लावण्य जैनसंघ में अनेक संघों के महानुभावों की उपस्थिति में पद-वधामणा का भव्य आयोजन भी किया गया. ___ सफल चातुर्मास व चातुर्मास परिवर्तन राष्ट्रसन्त जैनाचार्य श्रीपद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. तथा आचार्य श्रीहेमचन्द्रसूरीश्वरजी आदि साधु साध्वीजी भगवन्तों का चातुर्मास श्री पुष्पदन्त जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ, सेटेलाईट, अहमदाबाद में सोल्लास सम्पन्न For Private and Personal Use Only
SR No.525317
Book TitleShrutsagar 2016 12 Volume 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiren K Doshi
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2016
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size12 MB
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