________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सुपात्रदान विषये मेघवाहननृप कथा
मुनि सुयशचंद्र-सुजसचंद्रविजय 'शरीरनी श्लथा [थाक] हरण करे ते कथा. हृदयनी व्यथा दूर करे ते कथा, आदर्श जीवननी गाथा ते कथा.'
'पाइअ वित्राण कहा-प्राकृत विज्ञान कथा' नी प्रस्तावनामां पू. गुरुजीए लखेला उपरना शब्दो आजे फरी वांच्या. गम्या एटले फरी लख्या.
"कथा’ बहु मझानो शब्द. बाळकथी लइने घरना वडील-वृद्ध सुधी दरेकने आनंद आपनार माध्यम. 'कथा-वार्ता-घटना-व्यतिकर-निदर्शन-आख्यानक' जेवा एकार्थक नामो वाळो आ शब्द सांभळता पहेला उत्कंठा, सांभळता-सांभळता आनंद-हास्य वगेरे भावो अने छेल्ले हृदयंगम उपदेश आपी जाय छे. कथाप्रारंभ-व्याप-सांप्रत :
ते-ते भाषाना उदय साथे ज प्रारंभ थयेली आ साहित्यविधा विश्वना दरेक खूणामां, विश्वनी दरेक भाषामां, विश्वना दरेक धर्मोमां व्यापकपणे प्रसरेली छे. हिन्दुधर्ममां पुराणकथाओ-वेदकथाओ रूपे, बौद्धधर्ममां-जातककथाओ रूपे, जैन धर्ममां आगमगत कथाओ रूपे आवी कथाओ विपुल प्रमाणमां आवेली छे. कुरानबाईबल वगेरे ग्रंथोमां पण कथाओ ओछा-वत्ता प्रमाणमां जोवा मळे छे.
आमांनी केटलीक कथाओ एक भाषामा ज लखायेली जोवा मळे छे. ज्यारे केटलीक कथाओ मूळतया एक ज भाषामां होय पण पाछळथी [काळक्रमे] १-२ के वधु भाषामा अवतरण पामती जोवा मळे छे. महाभारत-रामायण-पंचतंत्र जेवा ग्रंथो एना प्रमाण छे. हाल तो एक ज कथा १०० के तेथी वधु भाषामा व्याप पामी होय तेवू पण जाणवा-सांभळवा मळे छे. परंतु आ श्रेय घणुं करीने विदेशना संपादक/ प्रकाशक/विद्वानोने फाळे जाय छे. Adventures of Asterix, Harry Potter. sherlock homes जेवी विश्वनी ५० थी वधु भाषामां रूपांतरित कथाओ आ प्रकारना दृष्टान्त छे. “चन्दमामा' जेवा कथा लघुकथा ग्रंथो हाल विश्वनी १३ भाषाओमां छपाया छे.
क्यारेक एक ज कथा संपूर्ण के अंशथी अनेक भाषाओमां/एकथी वधु ग्रंथोमां जोवा मळे छे. मात्र ग्रंथनुं नाम [कथानुं स्थान], पात्र, स्थळ, समय वगेरे कलेवरनो फेर जोवा मळे छे. अलबत्त, आवा प्रकारनी कथाओ सुधारो-उमेरो थता ते क्यारेक किंचित तो क्यारेक सर्वथा विकृत थइ जती होय छे. हा, क्यारेक आवी कथाओ
For Private and Personal Use Only