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Contents
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16-22
23-29
श्रावक केश लोचः आगमेतर सोच । आगमज्ञानरत्नाकर श्री जयमुनि जी जैन परम्परा में श्रावक प्रतिमा की अवधारणा डॉ० कुमार शिवशंकर जैन परम्परा में वर्षायोग का महत्त्व आशीष कुमार जैन वाराणसी की नग्मेष मृण प्रतिमाएं : एक अध्ययन डॉ० श्रुति मिश्रा Reconsidering the Date of the Nirvāņa of Lord Mahāvira Prof. Sagarmal Jain
30-41
43-58
पार्श्वनाथ विद्यापीठ समाचार जैन जगत् साहित्य सत्कार सुरसुंदरीचरिअं (ग्यारहवां परिच्छेद)
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63 64-65