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भारतीय दार्शनिक परम्परा में पारिस्थितिकीः जैन परम्परा के विशेष सन्दर्भ में: 17
दशवैकालिक ४.८ १८. तत्त्वार्थसूत्र ५.२१
उत्तराध्ययनसूत्र-२९.९० आत्मसिद्धि- श्रीमद् राजचन्द्र १४२ तत्त्वार्थसूत्र, ५.२९
स्वामीकार्तिकेयानुप्रेक्षा- टीका शुभचन्द्र, २५३ २३. अमितगति, सामायिक पाठ
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