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78 : श्रमण, वर्ष 65, अंक 2 / अप्रैल-जून 2014
१२. वसुनन्दि श्रावकाचार
(ग्रं०मा०सं० १३१) (I.S.B.N. 978-9381571-55-X); सम्पादक : डॉ० भागचन्द्र जैन; प्रथम संस्करण १९९९; पृष्ठ : ३४८; आकार : डिमाई सजिल्द, मूल्यः रु० २५०.०० । १३. श्रावकधर्म विधि प्रकरण - (ग्रं०मा०सं० १३२) (I.S.B.N. 978-9381571-58-4); अनुवाद एवं सम्पादन : म० विनयसागर; प्रथम संस्करण २००१; पृष्ठ : ५६, आकार : डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० १००.०० । १४. जीवन का उत्कर्षः जैन दर्शन की बारह भावनाएँ - (ग्रं०मा०सं०
१५५) (I.S.B.N. 978-93-81571-90-8); लेखक : श्री चित्रभानु जी; प्रथम संस्करण २००८; पृष्ठ : १५, १५६; आकार : डिमाई; सजिल्द, मूल्य रु०: २००.००।
१५. रात्रिभोजन त्याग आवश्यक क्यों?- (ग्रं०मा०सं० १६१); लेखक : साध्वी स्थितप्रज्ञा श्री प्रथम संस्करण २००९; पृष्ठ : १५, ४८; आकार : क्राउन; अजिल्द, मूल्य रु०: २०.००।
१६. जैन आचार- (ग्रं०मा०सं० १७४) (I.S.B.N. 978-93-81571-118); लेखक : डा. मोहनलाल मेहता; द्वितीय संस्करण २०१२; पृष्ठ : १२, २४३; आकार : क्राउन; अजिल्द, मूल्य रु० : २५०.००।
१७. भावनाशतक - मुनि श्री रत्नचन्द्र जी ; प्रथम संस्करण १९३९; पृष्ठ : ४४०; आकार : डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० २००.०० । (अनुपलब्ध) १८. अहिंसा की प्रासंगिकता - लेखक : प्रो० सागरमल जैन; प्रथम संस्करण २००२; पृष्ठ : ६४, आकार : डिमाई; अजिल्द, मूल्य : रु० ५०.०० । 19. THE CONCEPT OF PANCAŚILA IN INDIAN THOUGHT- (S.N. 27 ) (I.S.B.N. 81-86715-14-2); by Dr. Kamla Jain; 1st Edition 1983; Pages 14, 274; Size: Demy; Hard Bound, Price Rs. 150.00.
20. VALUES OF HUMAN LIFE - (S.N. 54 ) ( ISBN 81-8671510-X) by Jagadisha Sahaya; 1st Edition 1990; Pages VII, I08; Size: Demy; Paper back, Price Rs. 60.00.
21. THE PATH OF ARHAT- A Religious Democracy - (S. N. 63) (I.SB.N. 81-86715-07-X) by T. U. Mehta; 1st Edition 1993; Pages XXII, 236; Size: Demy; Paper back, Price Rs. 200.00.