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________________ जैन जगत् : 85 ४- सामाजिक उत्थान व सेवा - रामकृष्ण मिशन अस्पताल, अरुणांचल प्रदेश : सन् १९७९ में स्वामी प्रथमानन्दा (प्रीति महराज ) द्वारा संस्थापित रामकृष्ण मिशन अस्पताल, इटानगर, अरुणांचल प्रदेश एक महत्त्वपूर्ण अस्पताल है जहां जरूरतमंद बाहरी मरीजों एवं १०,००० भीतरी आदिवासी मरीजों का इलाज किया गया है। विजेताओं को पुरस्कार में १०,००,००० (दस लाख) रुपये प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिह्न मुख्य अतिथि द्वारा प्रदान किया गया। करुणा अंतर्राष्ट्रीय का १५वां राष्ट्रीय सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह: - २८, २९ दिसम्बर २०१२ को ए. एम. जैन कॉलेज, मीनम्बाक्कम चेन्नई ता.ना. में सम्पन्न: करुणा अन्तर्राष्ट्रीय का १५ वें राष्ट्रीय सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में सेवा भास्कर के दृष्टिहीन बच्चों को करुणा अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा २,५००रु० की राशि से बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सुराणा एण्ड इंटरनेशनल अटॉर्नीज चैरिटेबल ट्रस्ट के सौजन्य से 'आचार्य हस्ति करुणा रत्न अवार्ड' - १,००,००० रु० मय प्रशस्ति पत्र मुम्बई के श्री विनेश ममानिया को प्रदर्शनियों के माध्यम से करुणा भाव के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष बेहतरीन सेवाएं देने के लिए तथा 'करुणा सेवा अवार्ड' २५,०० रु० मय प्रशस्ति पत्र, बीकानेर केन्द्र के अध्यक्ष श्री इन्द्रचंद्र दुगड़ को प्रदान किया गया। परमपूज्य प्रीतिसुधाजी म.सा. कैंसर केयर सेंटर नासिक का भव्य उद्घाटन:परमपूज्य प्रीतिसुधाजी म.सा. कैंसर केयर सेंटर नासिक का उद्घाटन १ जनवरी २०१३ को सम्पन्न हुआ। कैंसर केयर सेंटर फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया के संस्थापक एवं अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र कुमार जैन इन्दौर ने कहा कि देश में यह तीसरा सेण्टर नासिक में प्रारम्भ किया गया है। पहले दो मुम्बई एवं बैंगलोर में चल रहे हैं जहाँ आने वाले प्रत्येक कैंसर मरीज का १२ माह तक निःशुल्क इलाज किया जाता है। यदि आप भी अपने शहर में सेण्टर प्रारम्भ करना चाहते हैं तो (मो. ०९३२९७५५५९९) पर संपर्क कर सकते हैं। प्रतिष्ठाचार्य पं. विमलकुमार जैन सोरयां अभिनन्दन ग्रन्थ प्रस्तावित : - . आपको जानकर यह प्रसन्नता होगी कि भारत के ख्याति प्राप्त प्रतिष्ठाचार्य एवं विद्वद् जगत् के यशस्वी विद्वान् वाणीभूषण पं. विमलकुमार जैन सोरयां टीकमगढ़ (म.प्र.) की सामाजिक गतिविधियों, धार्मिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा कार्यों की अमूल्य सेवाओं एवं जैन पत्रकारिता जगत् में उनकी महनीय उपलब्धियों के प्रति बहुमान व्यक्त करने के
SR No.525083
Book TitleSramana 2013 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudarshanlal Jain
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2013
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size14 MB
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