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श्रमण अक्टूबर-दिसम्बर २०१०
विषयसूची
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25-31
32-38
39-49
१. आचार्य हेमचन्द्र काव्यशास्त्रीय परम्परा में अभिनवगुप्त के प्रतिकल्प
प्रो. रेवाप्रसाद द्विवेदी २. उत्तराध्ययन सूत्र की सुखबोधा वृत्ति : एक समीक्षा
डॉ. एच. सी. जैन ३. तत्त्वार्थसूत्र के कुछ बिन्दुओं पर विचार _____ डॉ. वन्दना मेहता ४. ध्यान : एक अनुशीलन
डॉ. रूबी जैन ५. पुण्यकुशलगणि विरचित भरतबाहुबलिमहाकाव्य में जैनधर्म एवं दर्शन
डॉ. मधुबाला जैन ६. वैदिक व श्रमण परम्परा में समान धार्मिक क्रियायें
डॉ. मनीषा सिन्हा 1. Representation of Nature in Jaina Art and Tradition
Dr. Shanti Swaroop Sinha 2. Jaina Ethics and Its Refletions on Society
Prof. (Smt.) Rekha Chaturvedi जिज्ञासा और समाधान (दीपावली पर्व, नमोकार मंत्र) विद्यापीठ के प्रांगण में जैन जगत् साहित्य-सत्कार श्रमण अतीत के झरोखे में
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55-64
65-74 75-79
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