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पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी - ५
प्रकाशन सूची
सन् २००८
पार्श्वनाथ विद्यापीठ अपनी स्थापना के ७२ वें वर्ष में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में ३१ मार्च २००९ तक अपने समस्त प्रकाशनों पर ५०% की छूट दे रहा है, अतः इसका लाभ उठायें।
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग १) - (ग्रं०मा०सं० ६), लेखक : पं० बेचरदास दोशी; द्वितीय संस्करण : १६ + ३३०; मूल्य रु० - २४०.००; आकारः डिमाई, १९८९ ।
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास ( भाग २ ) - (ग्रं०मा०सं० ७); लेखक : डॉ० जगदीशचन्द्र जैन व डॉ० मोहनलाल मेहता; द्वितीय संस्करण; पृ० : १८+ ३६८, मूल्यः रु० २४०.००; आकार : डिमाई १९८९ ।
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ३) - (ग्रं०मा० सं० ११), लेखकः डॉ० मोहनलाल मेहता; द्वितीय संस्करण; पृ० : ८ + ५१०; मूल्य रु० - २४०.०० आकारः डिमाई १९८९ । .
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ४) - (ग्रं०मा०सं० १२), लेखकः डॉ० मोहनलाल मेहता व प्रो० हीरालाल र. कापड़िया; द्वितीय संस्करण; पृ०:१७+३८६; मूल्य: रु० १६०.००; आकार : डिमाई : १९९१ | जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ५) - (ग्रं०मा०सं० १४ ),
, लेखक
: पं० अम्बालाल प्रे. शाह; प्रथम संस्करण; पृ० ४० + २९४; मूल्य : रु० - २४०; आकार: डिमाई; १९६९ ।
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ६) - (ग्रं०मा०सं० २०), लेखक: डॉ० गुलाबचन्द्र चौधरी; प्रथम संस्करण; पृ० : ११+७१०; मूल्य : रु० १५०.००; आकार : डिमाई; १९७८ ।
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ७) - (ग्रं०मा०सं० २४) लेखकः पं० के० भुजबल शास्त्री, श्री टी. पी. मीनाक्षी सुन्दरम् पिल्लै व डॉ० विद्याधर जोहरापुरकर; प्रथम संस्करण पृष्ठ : १०+२४८+१६+५; मूल्य रु० १६०.००; आकार : डिमाई; १९८१ ।
हिन्दी जैन साहित्य का बृहद् इतिहास ( खण्ड १ ) - (आदिकाल से १६वीं शताब्दी तक ) (ग्रं०मा०सं० ५३), लेखक : डॉ० शितिकंठ मिश्र; प्रथम संस्करण; पृ० १५ + ३७१; मूल्य : रु० ३६०.००; आकार : डिमाई; १९८९ ।
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