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श्रमण, वर्ष ५८, अंक ४ अक्टूबर-दिसम्बर २००७
जैन जगत्
राज्यपाल द्वारा -'करुणारत्न' पुरस्कार से श्रीमती मेनका गांधी, श्री डी०आर० मेहता, श्री दुलीचन्द जैन एवं डॉ० साधना राव सम्मानित
चेन्नई - २० दिसम्बर २००७, ‘करुणा रत्न' पुरस्कार समारोह दिनांक ३० दिसम्बर २००७ रविवार की सायं ५.०० बजे से तमिलनाडु के राजभवन में प्रारंभ हुआ। करुणा प्रार्थना का सस्वर पाठ श्री सज्जन सुराणा ने किया। तमिलनाडु के माननीय राज्यपाल श्रीयुत् सुरजीतसिंहजी बरनाला समारोह के मुख्य अतिथि थे। श्रीमती मेनका गांधी, लोकसभा सदस्य एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री, भारत सरकार, संस्थापकपीपुल फॉर एनिमल्स, नई दिल्ली; श्री डी०आर० मेहता, संस्थापक चेयरमेन, भगवान् महावीर विकलांग समायता समिति, जयपुर; श्री दुलीचन्द जैन, राष्ट्रीय अध्यक्षकरुणा अन्तर्राष्ट्रीय, चेनई तथा डॉ० साधनाराव, सचिव - इण्डियन ऑफ एनिमल वेलफेयर, चेनई को 'करुणा रत्न' अवार्ड से राज्यपाल ने सम्मानित किया। 'करुणा रत्न' पुरस्कार दया, करुणा, अहिंसा, सेवा तथा शाकाहार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले महानुभावों को सुराणा एण्ड सुराणा इंटरनेशनल एटोर्नीज चेरिटेबल, चेनई द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार के अन्तर्गत एक लाख रुपये की नगद राशि, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किये गये। श्री कैलाशमल दूगड़ ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का संक्षिप्त जीवन रेखांकन प्रस्तुत किया।
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श्री दुलीचन्द जैन तमिलनाडु राज्यपाल से 'करुणा रत्न' अवार्ड ग्रहण करते हुए।