SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 220
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन जगत् : 213 बरनाला ने पूरे शिविर को देखा और अपने हाथों से विकलांगों को कृत्रिमअंग, कैलीपर्स, वैशाखियां आदि वितरण किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अरुणविजयजी म.सा. ने मंगलाचरण से किया। मंगलाचरण के बाद उन्होंने अपने प्रवचनों में प्रत्येक व्यक्ति को भगवान महावीर के बताये रास्ते पर चलने को प्रेरित किया। उन्होंने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हए कहा कि प्रदेश सरकार पश हिंसा एवं मांसाहार को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे इस आदेश को बदल दें और राज्य को शुद्ध शाकाहारी बनाने का प्रयास करें। श्री हसमुख जैन गांधी 'युवारत्न' से सम्मानित भगवान गोम्मटेश्वर बाहुबली महामस्तकाभिषेक महोत्सव 2006 के अवसर पर महोत्सव राष्ट्रीय समिति एवं मध्यांचलीय कलश आवंटन समिति के माध्यम से किये गये उत्कृष्ट कार्य हेतु जगत् गुरु स्वस्तिश्री भट्टारक चारुकीर्ति स्वामी जी महाराज द्वारा 16 जुलाई को श्रवणबेलगोला में आयोजित भव्य एवं गरिमापूर्ण कार्यक्रम में सहस्त्राधिक भक्तों एवं वरिष्ठ सामाजिक नेतृत्व की उपस्थिति में दिगम्बर जैन समाज के अग्रणी युवा नेता श्री हसमुख जैन गांधी को 'युवारत्न' की उपाधि से सम्मानित किया गया। ये क्षण सम्पूर्ण म.प्र. एवं छत्तीसगढ़ हेतु गौरवपूर्ण थे। इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री अमितसागर जी महाराज एवं अन्य अनेक संगगण भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने आशीर्वादात्मक संबोधन में पूज्य स्वामीजी ने कहा कि वे वर्ष 2006 में सम्पन्न हुए समारोह के समान ही वर्ष 2018 में होने वाले महामस्तकाभिषेक समारोह में कोई राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन करें। सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में इस अवसर पर श्री हसमुख गांधी को बधाइयाँ प्रेषित की गईं। ज्ञातव्य है कि श्री हसमुख जैन गांधी दि. जैन महासमिति मध्याचल के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री के रूप में अपनी सेवायें देने के उपरान्त वर्तमान में दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन के उपाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवायें प्रदान कर रहे हैं। आपके संयोजकत्व में प्रकाशित दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र निर्देशिका को सम्पूर्ण दिगम्बर जैन समाज द्वारा बहुत सराहा गया। उद्योग व्यापार के क्षेत्र में भी आप म.प्र. कोल्ड स्टोरेज एसोसियेशन तथा म.प्र. फर्टिलाइजर एसोसियेशन के सचिव के रूप में अपनी सेवायें प्रदान कर रहे हैं। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.525059
Book TitleSramana 2006 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2006
Total Pages234
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy