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जैन जगत : ११८ पूज्य गौतम मुनि और पूज्य विनय मुनि जी तथा महासती वर्ग में साध्वीवर्या महासती मंजुला जी, महासती रश्मिना जी, अंचलगच्छीया साध्वी मोक्षगणा श्रीजी एवं साध्वी ध्यानगुणा श्रीजी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। नवदीक्षिता मुमुक्षुओं में से सुश्री भावना एच० कारिया को दीक्षोपरान्त महासती ध्रुविता श्री; सुश्री वनिता एस० डागा को महासती अनुभूति श्री और प्रमिला एस० छेड़ा को महासती परमेश्वरी जी नाम दिया गया। दीक्षा समारोह की सुन्दर व्यवस्था के लिये थाणा जैन संघ एवं अजरामर लिम्बडी सम्प्रदाय के श्री छबील भाई टी० शेठ, श्री नेणशी भाई, श्री डी०टी० निसर एवं श्री शैलेश भाई गाला बधाई के पात्र हैं। इस अवसर पर पार्श्वनाथ विद्यापीठ का प्रतिनिधित्व डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय ने किया।
शत्रुजय तीर्थ पर दीक्षा एवं अंजनशलाका प्रतिष्ठा सम्पन्न
पालिताना ९ फरवरी; शत्रुजय महातीर्थ की पावन धरा पर बाबू माधवलाल जी द्वारा निर्मित श्री सुमतिनाथ जिनालय के परिसर में दिनांक ६ फरवरी को मुमुक्षु गौतम कुमार कांकरिया, मुमुक्षु मनीष कोचर, मुमुक्षु प्रतिमा लूंकड एवं मुमुक्षु शालिनी वैराठी की भागवती दीक्षा उपाध्याय श्री मणिप्रभसागर जी महाराज की पावन निश्रा में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर उक्त परिसर में नवनिर्मित श्री भक्तामर मन्दिर, दादावाड़ी एवं गच्छ परम्परा मन्दिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा उपाध्याय श्री मणिप्रभसागर जी एवं साध्वीरत्न श्री शशिप्रभा श्रीजी महाराज की पावन निश्रा में ८ फरवरी को सम्पन्न हुई। साध्वी शशिप्रभाश्री जी महाराज की प्रेरणा से यहाँ स्थित बाबू माधवलाल जी की धर्मशाला का भी जीर्णोद्धार सम्पन्न हुआ।
भंवरलाल जी नाहटा की पुण्यतिथि पर विशेष डाक मुहर एवं
विशेष आवरण जारी कोलकाता ११ फरवरी; पुरातत्त्ववेत्ता, साहित्य वाचस्पति, श्रावकरत्न भंवरलाल जी नाहटा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्री जैन विद्यालय, सूकियस लेन, कलकत्ता के प्रांगण में प्रातः ९.३० बजे प्रो० कल्याणमल जी लोढ़ा, पूर्व कुलपति, जोधपुर विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रो० वसुमति डागा प्रधान वक्ता के रूप में उपस्थित थीं। समारोह के मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल सरकार के मन्त्री श्री मुहम्मद सलीम थे। इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल श्री एम० कुमार ने भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी की गयी विशेष डाक मुहर एवं विशेष आवरण का लोकार्पण किया। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जैसा कि पूर्व में आचार्य तुलसी, श्री चौथमल जी महाराज, डॉ० जगदीश चन्द्र जैन आदि पर डाक टिकट जारी किये गये हैं वैसे ही भंवरलाल जी
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