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________________ Jain Education International सन्दर्भग्रन्थ For Private & Personal Use Only खरतरगच्छ की इस शाखा से सम्बद्ध विभिन्न अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं, इनका विवरण इस प्रकार हैक्रमांक प्रतिष्ठावर्ष तिथि, वार प्रतिष्ठापक मुनि प्रतिमालेख/ प्रतिष्ठास्थान का नाम परिकरलेख १. १२६० ज्येष्ठ सुदि २ अभयदेवसूरि महावीर की जलमन्दिर, पावापुरी प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख १३०२ मार्गशीर्ष वदि ९ अभयदेवसूरि के आदिनाथ की विमलवसही, आबू शनिवार पट्टधर देवभद्रसूरि प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख ३. १३०२ ,, नमिनाथ की प्रतिमा का लेख ___ फाल्गुन सुदि १२ प्रभानन्दसूरि शुक्रवार ५. १३२७ श्रीचन्द्रसूरि चिन्तामणि जिनालय, बीकानेर पूरनचन्द नाहर, सम्पा. जैनलेखसंग्रह, भाग-२, लेखांक २०२९ मुनि जिनविजय - सम्पा. प्राचीनजैनलेखसंग्रह, भाग २, लेखांक २१० वही, लेखांक २०९ खरतरगच्छ-रुद्रपल्लीयशाखा का इतिहास : १३११ B. Bhattacharya, "The bhalesymbleofthejains"'' अगरचन्द नाहटा- सम्पा. बीकानेरजैनलेखसंग्रह, लेखांक १६९ www.jainelibrary.org ७३
SR No.525047
Book TitleSramana 2002 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2002
Total Pages182
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size8 MB
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