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हैं। नियमावली निम्न पते पर उपलब्ध है।
डॉ० फूलचन्द जैन 'प्रेमी',
संयोजक, श्री वर्णी स्मृति साहित्य पुरस्कार समिति, श्री स्याद्वाद महाविद्यालय, भदैनी, वाराणसी
उपाध्याय ज्ञानसागर श्रुतसंवर्द्धन पुरस्कार - २००० हेतु प्रविष्टियाँ आमन्त्रित
सराकोद्धारक संत उपाध्यायश्री ज्ञानसागर जी महाराज द्वारा जैन संस्कृति के संरक्षण में दिये जा रहे अभूतपूर्व योगदान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने हेतु श्रुत संवर्धन संस्थान, मेरठ द्वारा उपाध्याय ज्ञानसागर श्रुतसंवर्धन पुरस्कार की स्थापना की गयी है जिसके अन्तर्गत जैन साहित्य, संस्कृति अथवा समाज के संरक्षण / विकास आदि में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्ति अथवा संस्था को एक लाख रुपये नकद, प्रशस्तिपत्र एवं स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया जायेगा। इस सम्बन्ध में विस्तृत विवरण हेतु इस पते पर सम्पर्क करें— डॉ० अनुपम जैन, संयोजक - पुरस्कार समिति, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, ५८४, महात्मा गांधी मार्ग, तुकोगंज, इन्दौर ४५२००१, मध्यप्रदेश |
पत्राचार प्राकृत पाठ्यक्रम
अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर की ओर से पत्राचार प्राकृत सर्टीफिकेट पाठ्यक्रम का द्वितीय सत्र १ जुलाई २००० से आरम्भ होने जा रहा है।
भेंट
श्री श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन सभा, कलकत्ता के ट्रस्टी, विख्यात् समाजसेवी श्री भंवरलाल जी कर्णावट की स्मृति में उनके परिवार की ओर से श्रमण को १५०/रुपये भेंट किये गये ।
वयोवृद्ध विचारक एवं सुप्रसिद्ध लेखक श्री राजमल पवैया के पौत्र एवं श्री भरत पवैया के पुत्र श्री नगेन्द्र के शुभ विवाह के अवसर पर श्रमण को पच्चीस रुपये भेंट किये गये ।
निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन
श्री भंवरलाल झंवरलाल कोठारी एवं श्री जैन हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, हावड़ा के संयुक्त तत्त्वावधान में पिछले दिनों श्वेताम्बर जैन कोटी, सम्मेतशिखर में निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें ८५० नेत्र रोगियों का
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