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विषय-सूची
हिन्दी-संस्कृत खण्ड १. जैन अलङ्कार साहित्य
१-११ २. वाग्भटालङ्कार
१२-१७ ३. भट्टाकलदेव रचित तत्त्वार्थवार्तिक
१८-२४ आचार्य अजितसेन और उनकी अमरकृति 'अलङ्कारचिन्तामणिः' २५-३१ चन्द्रप्रभचरित और महाकवि वीरनन्दी
३२-७१ ६. महाकवि अर्हदास और उनकी रचनाएँ
७२-७५ ७. काव्य-कल्पलता और कवि-कल्पलता
७६-७७ ८. भक्तामर स्तोत्र : एक विवेचन
७८-८७ तत्त्वसंसिद्धि और उसकी वयनिका : एक विवेचन
८८-९७ १०. नेमिनिर्वाण : एक अध्ययन
९८-१०५ ११. अप्रतिहत शक्ति भगवान महावीर
१०६-११२ १२. भगवान् महावीर की देन
११३-११५ १३. काशी के कतिपय ऐतिहासिक तथ्य
११६-११८ १४. अतिशय क्षेत्र पौरा
११९-१२५ १५. भोजन और उसका समय
१२२-१२४ १६. उपकारी पशुओं की यह दुर्दशा!
१२५-१२८ १७. महान्
१२९ १८. पूज्य श्री तुलसी गणी
१२९-१३० १९. श्रीमुदितमुनि : अभिनन्दनपत्रम्
१३०-१३१ २०. अभिनन्दन पत्रम् : साध्वी प्रमुखा श्रीकनकप्रभा
१३१-१३२ २१. पं. अमृतलाल जी शास्त्री विद्वानों की दृष्टि में
१३३-१४० ગુજરાતી ખંડ ૨૨. શ્રી પંચાસરા પાશ્વનાથ મંદિર વિષેના કેટલાક ઐતિહાસિક ઉલ્લેખો ૧૪૧-૧૪૮
- પ્રા. ભોગીલાલ જ સાંડેસરા ૨૩. ગુજરાતનું પ્રથમ ઈતિહાસકાવ્ય – પ્રા૦ જયન્ત એ. ઠાકર ૧૪૯–૧૫૭
अंग्रेजी खण्ड 4. Bandha-Karma-Moksa and Divinity in Jainism
158-169
- Dr. Mukul Raj Mehta २५. विद्यापीठ के परिसर में
१७०-१७६ २६. जैन जगत्
१७७-१८१ २७. साहित्य-सत्कार
१८२-१९१ २८. संस्थान के विकास में सहयोग का आह्वान
१९२-१९३ Composed at : Sarita Computers. Aurangabad, Varanasi, Ph.No. 359521
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