SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 57
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ७. राजगृह (वर्षावास)। ८. कौशाम्बी, आलंभिया, वैशाली (वर्षावास)। ९. मिथिला, काकन्दी, पोलासपुर, वाणिज्यग्राम, वैशाली (वर्षावास)। १०. राजगृह (वर्षावास)। ११. कवंगला, श्रावस्ती, वाणिज्यग्राम (वर्षावास)। १२. ब्राह्मणकुण्ड, कौशाम्बी, राजगृह (वर्षावास)। १३. चम्पा (वर्षावास)। १४. काकन्दी, मिथिला (वर्षावास)। १५. श्रावस्ती, मिथिला (वर्षावास)। १६. हस्तिनापुर, मोकानगरी, वाणिज्यग्राम (वर्षावास)। १७. राजगृह (वर्षावास)। १८. चम्पा, दशार्णपुर, वाणिज्यग्राम (वर्षावास)। १९. काम्पिल्यपुर, वैशाली (वर्षावास)। २०. वैशाली (वर्षावास)। २१. राजगृह, चम्पा, राजगृह (वर्षावास)। २२. राजगृह, नालन्दा (वर्षावास)। २३. वाणिज्यग्राम, वैशाली (वर्षावास)। २४. साकेत, वैशाली (वर्षावास)। २५. राजगृह (वर्षावास)। २६. नालन्दा (वर्षावास)। २७. मिथिला (वर्षावास)। २८. मिथिला (वर्षावास)। २९. राजगृह (वर्षावास)। ३०. अपापापुरी (वर्षावास) -- परिनिर्वाण स्थल। भगवान् महावीर ने अपने तीस वर्षीय धर्मप्रचारकाल में जैनधर्म को भारतवर्ष के कोने-कोने में फैला दिया। उनका भ्रमण विशेषत: उत्तर, पूर्व, पश्चिम और मध्यभारत Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.525038
Book TitleSramana 1999 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year1999
Total Pages200
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy