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________________ १७७ संस्थान को नगर एवं समाज से सक्रिय रूप से जोड़ने के उद्देश्य से कार्यभार ग्रहण करते ही प्रो० भागचन्द्र जैन एवं उनके सहयोगियों ने नगर में आयोजित विभिन्न धार्मिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों में भाग लेना प्रारम्भ कर दिया। इसी क्रम में दिनांक २३/७/९९ को भगवान् पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जन्मभूमि मन्दिर परिसर में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम में निदेशक महोदय एवं उनके सहयोगियों- डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय, डॉ. विजय कुमार जैन, डॉ० सुधा जैन आदि ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में श्वेताम्बर जैन समाज के श्री आर०के० गांधी, श्री मिलापचन्द गांधी, श्रीगणपतराय जी भंसाली, श्री मुन्ना बाबू, श्री ललितचन्द जी लोढ़ा, कुंवर विजयानन्द सिंह आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। दिनांक २७/७/९९ को सायंकाल भगवान् पार्श्वनाथ दिगम्बर जन्मभूमि परिसर में आयोजित आचार्य श्री सन्मतिसागर के चार्तुमास प्रतिष्ठा समारोह में विद्यापीठ के निदेशक महोदय उपस्थित रहे। दिनांक २८/७/९९ को वाराणसी स्थित इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में 'जैन ईला' पर सुप्रसिद्ध कलाविद् डॉ० मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी का एक व्याख्यान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो० विद्यानिवास मिश्र एवं अध्यक्ष प्रो० आनन्दकृष्ण थे। डॉ० तिवारी ने बड़े ही सुन्दर ढंग से जैन कला के विभिन्न पक्षों को पारदर्शिता के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में विद्यापीठ के निदेशक प्रो० भागचन्द्र जैन को शाल भेंट कर उनका विशेष सम्मान किया गया। प्रो० जैन ने इस व्याख्यान के आयोजकों-विशेष रूप से डॉ० सुकुमार चट्टोपाध्याय, शोधाधिकारी, इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, वाराणसी को धन्यवाद देते हुए पार्श्वनाथ विद्यापीठ के भावी कार्यक्रमों की विस्तार से चर्चा की तथा सभी विद्वानों से इस पुनीत कार्य में सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया। दिनांक ३१/७/९९ को रायकृष्णदास जन्म शताब्दी समारोह के अन्तर्गत भारत कला भवन (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी) के भव्य सभागार में प्रख्यात् कलामर्मज्ञ प्रो० नीलकण्ठ पुरुषोत्तम जोशी का 'भारतीय कला में उपदेवताओं का स्थान' विषय पर आयोजित व्याख्यान में विद्यापीठ के निदेशक प्रो० भागचन्द्र जैन एवं प्रवक्ता डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय ने भाग लिया। इस अवसर पर भारत कला भवन के निदेशक प्रो० आर०सी० शर्मा, प्रो० भोलाशंकर व्यास, प्रो० आनन्द कृष्ण आदि ने अपने वक्तव्य दिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो० जगदीश मित्तल ने की। ___दिनांक १/८/९९ को वाराणसी की ही नवोदित संस्था ज्ञानप्रवाह में प्रो०विद्यानिवास मिश्र द्वारा कलावीथिका का उद्घाटन तथा योगवशिष्ठ पर प्रो० अरिन्दन चक्रवर्ती, हवाई यूनिवर्सिटी एवं South Indian Painting पर प्रो० जगदीश Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.525038
Book TitleSramana 1999 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year1999
Total Pages200
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size9 MB
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