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FALLIMINE
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तपागच्छ विजयसंविग्न शाखा का इतिहास त्रिपुटी महाराज, पूर्वोक्त, भाग ४, पृष्ठ ३७८. १२-१३. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ९, पृष्ठ १०८.
देसाई, पूर्वोक्त, भाग ५, पृष्ठ ३०४-३०८.
Vora, Ibid, P. 171-75, 375,617,707. १५. त्रिपुटी महाराज, पूर्वोक्त, भाग ४, पृष्ठ ३७९. १६. वही, पृष्ठ ३७९ १७-१८. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ६, पृष्ठ २२२-२५६.
वही, पृष्ठ- २२४-२२५. वही, भाग ६, पृष्ठ २-७. Vora, Ibid, P.46, 136,536, 818, 824. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ६, पृष्ठ ४-७-६२.
Vora, Ibid, P. 217-221,636. २२-२३. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ४, पृष्ठ १०९.
त्रिपुटी महाराज, पूर्वोक्त, भाग४, पृष्ठ ४२२. वही, पृष्ठ-४२४. वही, पृष्ठ ४२४. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ९, पृष्ठ १०९-११०. त्रिपुटी महाराज, पूर्वोक्त, भाग४, पृष्ठ २२५-२२८.
देसाई, पूर्वोक्त, भाग-९, पृष्ठ ११०. २८. बाबूलाल जैन, 'उज्जवल', संपा०-समग्र जैन चातुर्मास सूची, वर्ष
१९९७ ई०, पृष्ठ १०१.
त्रिपुटी महाराज, पूर्वोक्त, भाग४, पृष्ठ ४२७. ३०-३२. देसाई, पूर्वोक्त, भाग९, पृष्ठ ११०-१११. ३३. वही, पृष्ठ १११. ३४. बाबूलाल जैन 'उज्जवल', पूर्वोक्त, पृष्ठ- ७५. ३५. देसाई, पूर्वोक्त, भाग ९, पृष्ठ १११. ३६-३७. रघुनाथ प्रसाद सिंघानिया, विजयधर्मसूरि जीवन रेखा, यशोविजय जैन
ग्रन्थमाला, भावनगर १९४० ई०, परिशिष्ट, पृष्ठ ४-६. वही, पृष्ठ २९-३१.
वही, पृष्ठ ५३-५४. ४०. बाबूलाल जैन ‘उज्जवल', पूर्वोक्त, पृष्ठ २५-३२. ४१-४३. मुनि नवीनचन्द्रविजय तथा अन्य, संपा०
विजयानन्दसूरि स्वर्गारोहण शताब्दी स्मृतिग्रन्थ, पावागढ़, पंचमहाल
१९९६ ई०, हिन्दी खण्ड के विभिन्न लेख. ४४. बाबूलाल जैन 'उज्जवल', पूर्वोक्त, पृष्ठ ५१-५७. ४५-४६. वही, पृष्ठ १-१३. वही, पृष्ठ १५-२३.
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