SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 39
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org लेख पर्युषण और पश्चाताप पर्युषण और बौद्ध धर्म पर्युषण और सामाजिक शुद्धि पर्युषण और हमारा कर्तव्य "" पर्युषण एक चिन्तन पर्युषण पर्युषण : परिचय और व्याख्या की सही आराधना पर्युषण : दस लक्षण पर्युषण पर्व पर्युषण का पावन संदेश पर्युषण पर्व का मतलब "" पर्युषण पर्व : क्या, कब और कैसे पर्युषण : संभावनाओं की खोज पर्वराज-दस लक्षणी पर्युषण पर्व परिनिर्वाण श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक मुनिश्री कन्हैयालाल जी 'कमल' श्री उदयचन्द जैन मुनिश्री नेमिचन्द जी श्री अगरचन्द नाहटा " श्री लक्ष्मीनारायण भारतीय श्री हीराचन्द्र सूरि विद्यालंकार सुश्री शरबती जैन श्री गुलाबचंद जैन श्री विमलदास जैन श्री अगरचंद नाहटा भाई बंशीधर " डॉ० सागरमल जैन डॉ० नेमिचंद जैन श्री गणेशप्रसाद जैन श्री जय भिक्खु वर्ष १२ १२ १२ ८ ३६ १० १० १२ १२ १ no mo १२ १० ३३ ३० ३१ ३ अंक ११ ११ ११ ११ ११ ११ ११ ११ १२ ११ ११ ११ ११ १० ११ ११ १२ ई० सन् १९६१ १९६१ १९६१ १९५७ १९८५ १९५९ १९५९ १९६१ १९६१ १९५० १९५९ १९६१ १९८९ १९८२ १९७९ १९८० १९५२ ३८१ पृष्ठ २८ २७-३० १९-२२ ९-१४ ६-१२ ९-१० ६-८ ९-११ १४-१५ ३१-४० २५-२६ १३-१४ ४-५ १-१९ ३-७ १९-२५ १७-२१
SR No.525035
Book TitleSramana 1998 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year1998
Total Pages168
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy