SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 125
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक श्री कन्हैयालाल सरावगी श्री ए० एम० योस्तन वर्ष २८ अंक २ ३-४ ३-४ ३-४ ३० ३ For Private & Personal Use Only लेख मानव संस्कृति का विकास मॉन्तेसरि आन्दोलन मॉन्तेसरि शिक्षा के ५० वर्ष मॉन्तेसरि शिक्षा-पद्धति माँस का मूल्य मुनिश्री चौथमल जी की जन्म शताब्दी मुनिश्री देशपाल : जीवन और कृतित्व मुलाकात महावीर से मूर्त-अंकनों में तीर्थंकर महावीर के जीवन-दृश्य मेघकुमार का आध्यात्मिक जागरण मेरी कुछ अनुभूतियाँ मोक्ष मौलिक चिन्तन की आवश्यकता यह धर्म प्राण देश है युगपुरुष आचार्यसम्राट आन्नदऋषि जी म० युगपुरुष भगवान् महावीर युगीनपरिवेश में महावीर स्वामी के सिद्धान्त कु० ऊषा मेहरा उपाध्याय अमरमुनि जी श्री गुलाबचन्द जी डॉ० सनत्कुमार रंगाटिया श्री शरदकुमार साधक डॉ० मारुतिनन्दनप्रसाद तिवारी श्री विजय मुनि श्री शादीलाल जैन mmmmm 3 ruro ४६७ पृष्ठ । ३-१५ ६७-७९ ६१-६६ ३८-४८ २२-२५ २४-२७ ६२-६९ २-६ ।। २१-२५ २५-२७ ८८-९१ १८ २०-२३ २८-३० १०३-१०५ २४-२७ ३६ ई० सन् १९७६ . १९५७ १९५७ १९५७ १९८० १९७९ १९८१ १९८५ १९७६ १९५७ १९६३ १९५८ १९६३ १९५१ १९९२ १९५१ १९९५ ६ १४ -१२ ११-१२ १४ www.jainelibrary.org श्री अगरचंद नाहटा श्री रघुवीरशरण दिवाकर उपाचार्य श्री देवेन्द्रमुनिजी महाराज श्री पृथ्वीराज जैन डॉ० सागरमल जैन २६ ७-९
SR No.525035
Book TitleSramana 1998 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year1998
Total Pages168
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy