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ई० सन् १९९३ १९८१ १९८९ १९९७ १९९४ १९८२ १९९३ १९९६ १९९५
३१५ पृष्ठ । २२-३५ २७-३१ १५-३३ १४-५० ३१-५१ १९-२३ ४२-५९ ३६-६७ २८-३३
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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख - पूर्णिमागच्छ-भीमपल्लीयाशाखा का इतिहास
फलवर्द्धिका पार्श्वनाथ तीर्थ : एक ऐतिहासिक दृष्टि के भावडारगच्छ का संक्षिप्त इतिहास
ब्रह्माणगच्छ का इतिहास - मडाहडागच्छ का इतिहास : एक अध्ययन
मध्य प्रदेश के गुना जिले का जैन पुरातत्त्व है सार्धपूर्णिमागच्छ का इतिहास
हर्षपुरीयगच्छ अपरनाम मलधारीगच्छ का संक्षिप्त इतिहास ॐ हारीजगच्छ शितिकण्ठ मिश्र पुरानी हिन्दी (मरु-गुर्जर) के प्राचीनतम कवि धनपाल शीतलचन्द्र चटर्जी स्वामी विवेकानन्द शीतलचंद जैन अनेकान्तवाद की व्यावहारिक जीवन में उपयोगिता
___३१ शीला सिंह द्रौपदी कथानक का जैन और हिन्दू स्त्रोतों के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन
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