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श्रमण
प्रस्तुत अङ्क में लेख
पृष्ठ संख्या अंगविज्जा और नमस्कार मन्त्र की विकास यात्रा १-८ डॉ० सागरमल जैन जैन संदर्भ में अचेतन द्रव्य व्यवस्था
९-१३ डॉ० विनोद कुमार तिवारी जैन दर्शन का मानववादी दृष्टिकोण
१४-२७ डॉ. विजय कुमार जैन जैन दर्शन और कबीरः एक तुलनात्मक अध्ययन २८-४३ डॉ० साध्वी मंजुश्री जैन एवं बौद्ध ध्यान पद्धतिः एक अनुशीलन
४४-५३ डॉ० सुधा जैन स्वयं की अनेकान्तमयी समझ से तनावमुक्ति
५४-६४ डॉ० पारसमल अग्रवाल खरतरगच्छ-पिप्पलकशाखा का इतिहास
६७-८१ डॉ० शिवप्रसाद कीर्तिकौमुदी में प्रयुक्त छन्द
८३-९० डॉ० अशोक कुमार सिंह मुनिराज वन्दना बत्तीसी
९१-१०० डॉ० (श्रीमती) मुन्नी जैन कविताएं
१०१-१०२ राष्ट्रसंत गणेश मुनि शास्त्री/रश्मि जैन
ENGLISH ARTICLES Jaina Process of Learning
१०४-१०८ Dr. Mohan Lal Mehta A Study of Extracts in Aştaka-Prakaraņa १०९-११८ Dr. Ashok Kumar Singh जैन जगत्
११९-१२२ पुस्तक समीक्षा
१२३-१३४ Composed at: Sun Computer Softech, Naria, B.H.U., Varanasi-5
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